- December 26, 2020
30 फीसद बालिका वधू
पटना (बक्सर)- —- 17 साल की उम्र में जिले के राजपुर के रहने वाले राम निवास ने जब अपनी बेटी की शादी की तो समाज में उनकी खूब किरकिरी हुई। लोगों ने कहा कि लड़कियों की शादी कम उम्र में करना ठीक नहीं है।
राम निवास का तर्क इससे बिल्कुल अलग था। उनका कहना था कि उन जैसे गरीब आदमी को एक अच्छा लड़का मिल गया तो उन्होंने उसे गंवाना मुनासिब नहीं समझा।
समाज में जागरूकता की कमी
हमारे समाज की संरचना भी इसके लिए जिम्मेवार है। इस परिस्थिति में लड़कियों की शादी उम्र भले ही 21 साल निर्धारित है परंतु, आज के आधुनिक दौर में भी 18 साल से पहले ही लड़कियों की शादी हो जा रही है।
आंकड़ों पर गौर करें तो बक्सर जैसे कस्बाई जिले में भी आपको 30 फीसद बालिका वधू मिल जाएंगी। आज के इस दौर में भी अभी भी यहां 100 में 30 लड़कियों की शादी 18 साल से पहले हो जा रही है।
राष्ट्रीय पारिवारिक स्वास्थ्य सर्वे में यह सच सामने आया है।
राष्ट्रीय पारिवारिक स्वास्थ्य सर्वे के आंकड़ों पर गौर करें तो आज के परिदृश्य में 18 साल से कम उम्र में 30.8 प्रतिशत लड़कियों की शादी हो जा रही है।
हालांकि, पांच साल पहले यह आंकड़ा 37.5 था। इस लिहाज से देखा जाए तो इसमें जागरूकता परिलक्षित होती है।