• July 20, 2021

3 साल से तैनात दारोगा और ASI की पूरी सेटिंग अब ब्रेकिंग मोड पर

3 साल से तैनात दारोगा और ASI की पूरी सेटिंग अब ब्रेकिंग मोड पर

पटना —- बिहार के सभी पुलिस अधीक्षकों को जारी आदेश में कहा गया है कि वह शीघ्र समीक्षा कर ऐसे पुलिस कर्मियों को हटाने की कार्रवाई सुनिश्चित कर लें। एक ही स्थान पर 3 साल से जमे दारोगा की तैनाती से बिगड़ रही कानून व्यवस्था के कारण यह आदेश जारी किया गया है।

थानों में 3 साल से तैनात दारोगा और ASI की पूरी सेटिंग हो गई थी। कई ऐसे पुलिस वाले भी हैं, जो यारी निभाने में बदनाम भी हुए हैं। ऐसे मामलों को लेकर ही बालू माफिया के साथ अन्य अपराधियों के साथ साठगांठ के मामले भी सामने आए।

पटना में 33 दारोगा और 18 ASI एक स्थान पर 3 साल से जमे हैं।

समीक्षा के साथ हटाए जाएंगे 3 साल से जमे दारोगा

पुलिस उप महानिरीक्षक कार्मिक ने 20 जुलाई को जारी आदेश में बिहार के सभी वरीय पुलिस अधीक्षक, सभी पुलिस अधीक्षक ( रेल व इकाई सहित ), सभी प्राचार्य पुलिस प्रशिक्षण संस्थान बिहार को निर्देश दिया है कि 3 साल से एक स्थान पर तैनात पुलिस वालों को हटाया जाए। पुलिस उप महानिरीक्षक कार्मिक का कहना है कि पुलिस मुख्यालय के संज्ञान में आया है कि विभिन्न जिला व इकाईयों में पदस्थापित पुलिस पदाधिकारी, कर्मी लम्बी अवधि से एक ही कार्यालय में तैनात हैं।

गोपनीय शाखा में लंबे समय से तैनाती

पुलिस उप महानिरीक्षक कार्मिक ने जारी आदेश में कहा है कि जो पुलिस कर्मी दाराेगा व ASI के साथ अन्य लंबे समय से तैनात हैं उसमें ज्यादातर मामले गोपनीय शाखा अथवा रक्षित कार्यालय के विभिन्न पटल से संबंधित हैं।

पुलिस उप महानिरीक्षक कार्मिक ने कहा कि यह प्रशासनिक दृष्टिकोण से यह स्वस्थ परम्परा नहीं है। साथ ही यह नियमानुकूल भी नहीं है। ऐसे में निर्देशानुसार सूचित किया जाता है कि अपने अधीनस्थ सभी कार्यालयों में कार्यरत पुलिस पदाधिकारियों एवं कर्मियों के पदस्थापन अवधि की समीक्षा करें तथा जिनकी अवधि 3 वर्ष से अधिक हो गई है, उन्हें दूसरे पटल या कार्यालय में स्थानान्तरण करने की कार्रवाई सुनिश्चित की जाए। साथ ही इस कार्रवाई का प्रमाण-पत्र पुलिस मुख्यालय को उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें। इस संबंध में बिहार के DGP ने भी आदेश दिया है।

Related post

पुस्तक समीक्षा : जवानी जिन में गुजरी है,  वो गलियां याद आती हैं

पुस्तक समीक्षा : जवानी जिन में गुजरी है,  वो गलियां याद आती हैं

उमेश कुमार सिंह :  गुरुगोरखनाथ जैसे महायोगी और महाकवि के नगर गोरखपुर के किस्से बहुत हैं।…
जलवायु परिवर्तन: IPBES का ‘नेक्सस असेसमेंट’: भारत के लिए एक सबक

जलवायु परिवर्तन: IPBES का ‘नेक्सस असेसमेंट’: भारत के लिए एक सबक

लखनउ (निशांत सक्सेना) : वर्तमान में दुनिया जिन संकटों का सामना कर रही है—जैसे जैव विविधता का…
मायोट में तीन-चौथाई से अधिक लोग फ्रांसीसी गरीबी रेखा से नीचे

मायोट में तीन-चौथाई से अधिक लोग फ्रांसीसी गरीबी रेखा से नीचे

पेरिस/मोरोनी, (रायटर) – एक वरिष्ठ स्थानीय फ्रांसीसी अधिकारी ने  कहा फ्रांसीसी हिंद महासागर के द्वीपसमूह मायोट…

Leave a Reply