- April 7, 2015
दो माह में 38 करोड़ की बिजली चोरी
जयपुर -अजमेर विद्युत वितरण निगम लि. के प्रबंध निदेशक श्री हेमन्त कुमार गेरा के निर्देशानुसार सतर्कता दलों द्वारा बिजली चोरी रोकने के लिए की गई प्रभावी कार्यवाही के तहत सोमवार को विभिन्न वृत्तों के 28 स्थानोंं पर छापामार कार्यवाही की जाकर कुल 25 स्थानों पर बिजली चोरी पकड़ कर कुल 4 लाख 57 हजार रुपए का राजस्व वसूली का निर्धारण किया गया।
निगम के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (सतर्कता) श्री राममूर्ति जोशी ने बताया कि बिजली चोरी रोकने के लिए 6 अप्रेल को की गई कार्यवाही के तहत बिजली चोरी के सामने आए मामलों में सीकर वृत्त में 14 स्थानों पर जांच कर 13 स्थानों पर बिजली चोरी पकड़ते हुए 3 लाख 37 हजार रुपए का राजस्व निर्धारण किया गया तथा राजसमंद वृत्त में 12 स्थानों पर जांच कर सभी स्थानों पर बिजली चोरी पकड़ते हुए एक लाख 20 हजार रूपए का राजस्व निर्धारण किया गया।
विद्युत थानों द्वारा की गई कार्यवाही :-
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (सतर्कता) श्री राममूर्ति जोशी ने बताया कि 2 अप्रेल से 5 अप्रेल तक विद्युत चोरी निरोधक पुलिस थानों में विद्युत चोरों के खिलाफ की गई कार्यवाही में 29 प्रकरण दर्ज कर 17 प्रकरणों का निस्तारण कर एक लाख 53 हजार 438 रुपए का जुर्माना वसूला गया।
उन्होंने बताया कि अजमेर में एक प्रकरण का निस्तारण कर 7 हजार 536 रूपए का जुर्माना वसूल किया गया जबकि किशनगढ़ में 2 प्रकरणों का निस्तारण कर 24 हजार 103 रूपए का जुर्माना वसूल किया गया। वहीं सीकर में 14 प्रकरणों में एक लाख 21 हजार 799 रूपए की राशि वसूल की गई।
दो माह में 38 करोड़ की बिजली चोरी
जयपुर – जयपुर डिस्कॉम क्षेत्र में बिजली चोरी रोकने के लिये चलाए जा रहे विशेष सतर्कता जांच अभियान के तहत गत दो माह में सतर्कता दलों ने विभिन्न स्थानों पर की गई जांच में करीब 38 करोड़ रुपए की बिजली चोरी एवं दुरुपयोग के मामले पकड़े है। बिजली चोरी के मामलों में 2461 एफ.आई.आर. दर्ज कर 89 को गिरफ्तार किया गया है।
जयपुर विद्युत वितरण निगम के प्रबन्ध निदेशक श्री अनुराग भारद्वाज ने बताया कि माह फरवरी एवं मार्च 2015 में सतर्कता विंग एवं ओ एण्ड एम के अधिकारियों द्वारा 37127 जगहों पर जांच की गई, जिसमें 26507 स्थानों पर बिजली चोरी एवं 10620 स्थानों पर बिजली दुरुपयोग के मामले पकड़े गये। बिजली चोरी एवं दुरुपयोग के इन मामलों में 37 करोड़ 68 लाख 36 हजार रुपए के राजस्व का निर्धारण किया गया है। 2461 मामलो में एफ.आई.आर. दर्ज हुई, जिसमें से 1981 मामलों में 3 करोड़ 12 लाख 42 हजार रुपए के राजस्व की वसूली भी कर ली गई है। शेष प्रकरणों में 89 को गिरफ्तार कर 46 मामलों में न्यायालय में चालान पेश किया गया है।
उन्होंने बताया कि सतर्कता विंग के अधिकारियों द्वारा गत दो माह में 5365 जगहों पर जांच की गई जिसमें 4657 बिजली चोरी एवं 708 बिजली दुरुपयोग के मामले पकड़े गए। पकड़े गए इन मामलों में सर्वाधिक 4011 घरेलू बिजली चोरी के मामले पकड़े गए हैं। अघरेलू के 372, कृषि में 86, मोबाईल टावर के 6 तथा 4 मामले एसआईपी में बिजली चोरी के पकड़े गए हैं एवं पब्लिक स्ट्रीट लाईट के 3 मामले पकड़े गए है। इन सभी मामलों में 10 करोड़ 6 लाख 56 हजार रुपए के राजस्व का निर्धारण किया गया है
श्री भारद्वाज ने बताया कि बिजली चोरी रोकने के लिये ओ एण्ड एम के अधिकारियों द्वारा फरवरी एवं मार्च माह में 31762 स्थानों पर जांच की गई, जिसमें बिजली चोरी के 21850 मामले एवं बिजली दुरुपयोग के 9912 मामले पकड़े गए हैं। इन मामलों में 27 करोड़ 61 लाख 80 हजार रुपए के राजस्व का निर्धारण किया गया है। इसके साथ ही बिजली चोरी के 21850 मामलों में बिजली कनेक्शन काटने की कार्यवाही की गई है।