2706 किसानों का फसल ऋण माफ किसानो की ख़ुशहाली में ही प्रदेश की ख़ुशहाली है- कमलेश्वर

2706 किसानों का फसल ऋण माफ  किसानो की ख़ुशहाली में ही प्रदेश की ख़ुशहाली है- कमलेश्वर

सीधी (विजय सिंह )—— पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री कमलेश्वर पटेल ने आज जय किसान फ़सल ऋण माफी योजना अंतर्गत तहसील सिहावल के 1496 किसानो के 6 करोड़ 90 लाख रुपये तथा तहसील बहरी के 1210 किसानो के 5 करोड़ 73 लाख रुपये के ऋण माफ़ किये गये हैं।

इस अवसर पर पंचायत मंत्री श्री पटेल ने कहा कि किसानों की खुशहाली से ही प्रदेश की खुशहाली एवं विकास संभव है। अगर प्रदेश के किसान सुखी रहेंगे तो हमारा देश और प्रदेश आगे बढ़ेगा।

श्री पटेल ने कहा कि पिछले डेढ़ दशक में किसानों की ऋणमाफी का कार्य नहीं हो सका जो मुख्यमंत्री श्री कमलनाथ ने पद की शपथ लेते ही पूरा कर दिया है। इस योजना के तहत किसानों का दो लाख रूपये तक का कर्ज माफ किया जा रहा है।

किसानों के हित के लिए कोई कमी नहीं छोड़ी जायेगी। प्रदेश का विकास करने में सरकार किसी भी प्रकार की कोताही नहीं बरतेगी। वचनपत्र की हर बात पर अमल होगा। प्रदेश सरकार हर वर्ग के विकास के लिये प्रतिबद्ध है।

उन्होंने कहा कि सरकार ने अपने वचनो को पूरा करते हुए मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना की राशि बढ़ाकर 51 हजार रूपये कर दी है। इसी तरह सामाजिक पेंशन योजना अंतर्गत राशि को बढ़ाकर 600 रुपये कर दिया गया है जिसे क्रमशः बढ़ाकर एक हज़ार रुपये किया जायेगा।

किसानो के बिजली के बिल को आधा कर दिया गया। युवाओं के विकास के लिये भी सरकार दृढ़ संकल्पित है। उन्हें रोज़गार के पर्याप्त अवसर प्रदान किये जायेंगे। गरीबों तथा वंचित वर्गों के विकास के लिये सरकार कोई कमी नहीं रहने देना चाहती।

लिलवार और सिहौलिया में गौशाला का भूमिपूजन

इस अवसर पर पंचायत मंत्री ने ग्राम पंचायत लिलवार और सिहौलिया में गौशाला का भूमिपूजन किया। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने 1000 ग्राम पंचायतों में गौशाला निर्माण के लिये प्रक्रिया प्रारंभ कर दी है। इससे एक ओर जहाँ गौवंश की रक्षा होगी, युवाओं को रोज़गार मिलेगा उसके साथ ही किसानो के फ़सल की रक्षा भी होगी।

श्री पटेल ने कहा कि सभी ग्राम पंचायतों में ज़मीन की उपलब्धता के आधार पर गौशालाओ का निर्माण किया जायेगा।

संपर्क——
स्वतंत्र पत्रकार
19, अर्जुन नगर सीधी

Related post

पुस्तक समीक्षा : जवानी जिन में गुजरी है,  वो गलियां याद आती हैं

पुस्तक समीक्षा : जवानी जिन में गुजरी है,  वो गलियां याद आती हैं

उमेश कुमार सिंह :  गुरुगोरखनाथ जैसे महायोगी और महाकवि के नगर गोरखपुर के किस्से बहुत हैं।…
जलवायु परिवर्तन: IPBES का ‘नेक्सस असेसमेंट’: भारत के लिए एक सबक

जलवायु परिवर्तन: IPBES का ‘नेक्सस असेसमेंट’: भारत के लिए एक सबक

लखनउ (निशांत सक्सेना) : वर्तमान में दुनिया जिन संकटों का सामना कर रही है—जैसे जैव विविधता का…
मायोट में तीन-चौथाई से अधिक लोग फ्रांसीसी गरीबी रेखा से नीचे

मायोट में तीन-चौथाई से अधिक लोग फ्रांसीसी गरीबी रेखा से नीचे

पेरिस/मोरोनी, (रायटर) – एक वरिष्ठ स्थानीय फ्रांसीसी अधिकारी ने  कहा फ्रांसीसी हिंद महासागर के द्वीपसमूह मायोट…

Leave a Reply