2450 गज में बनेगा पर्यावरण भवन, मैडिकल डिस्पेंसरी, व्यर्थ सामान का सदुपयोग के प्राजैक्ट व प्रशिक्षण केन्द्र -पर्यावरणविद रमेश गोयल

2450 गज में बनेगा पर्यावरण भवन, मैडिकल डिस्पेंसरी, व्यर्थ सामान का सदुपयोग के प्राजैक्ट व प्रशिक्षण केन्द्र -पर्यावरणविद  रमेश गोयल

सहयोग के इच्छुक इस नंबर 9416049757 पर सम्पर्क करें
***********************************

पौधरोपण व वृक्ष रक्षण, जल-ऊर्जा संरक्षण, प्रदूषण की रोकथाम, सिंगल यूज पोलिथिन मुक्त भारत व स्वच्छता के निमित्त राष्ट्रीय संस्था पर्यावरण प्रेरणा के तत्वावधान में सिरसा नगर में विशाल पर्यावरण भवन (ग्रीन हाउस) के साथ साथ ‘‘व्यर्थ सामान के सदुपयोग‘‘ के कई अलग अलग प्राजैक्ट लगाने व प्रशिक्षण केन्द्र स्थापित करने, वर्षा जल संग्रहण सिस्टम, क्षेत्र के लोगों के स्वास्थय के लिए मैडिकल डिस्पेंसरी, फिजियोथरेपी सैन्टर आदि के लिए कंगनपुर रोड पर 2450 वर्गगज भूमि निश्चित की गई है।

सिरसा के प्रतिष्ठित समाजसेवी व राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त जल स्टार रमेश गोयल जिन्हेँ भारत सरकार के जल शक्ति मन्त्रालय द्वारा 2020 में वाटर हीरो अवार्ड दिया गया था, के प्रयास से यह सब सम्भव होने जा रहा है। उल्लेखनीय है कि उन्होंने लगभग 21 लाख रूपये मुल्य की अपनी 600 गज भूमि संस्था को दान देकर पहल की है।
श्री गोयल द्वारा पर्यावरण प्रेरणा संस्था का शुभारम्भ 2007-08 में किया गया था और 2016-17 में इसे राष्ट्रीय स्तर पर स्थापित किया गया। देश के 9 प्रान्तों में संस्था की शाखाएं व प्रान्तीय इकाईयां कार्यरत हैं जिनमें महाराष्ट्र प्रान्त सर्वश्रेष्ठ है। पर्यावरण प्रेरणा न केवल आयकर अधिनियम अधीन पंजीकत है बल्कि आयकर की धारा 80जी अधीन छूट प्राप्त भी है यानि संस्था को दान देने वाले व्यक्ति को आयकर में छूट भी मिलेगी। संस्था के संस्थापक व राष्ट्रीय अध्यक्ष रमेश गोयल ने बताया कि उनका एक जीवित सपना था कि इतना बड़ा संस्थान पर्यावरण व स्वास्थ्य के निमित बने जिसे देखकर समाज के लोग व विद्यार्थी पर्यावरण व जल संरक्षण की प्रेरणा ले सकें और उन्हें विश्वास है कि अब यह शीघ्र ही पूरा होगा। पर्यावरण के क्षेत्र में शहर का नाम राष्ट्रीय स्तर तक बढ़ाने के लिए जनहित के इस प्रयास में क्षेत्र के समृद्ध महानुभावों व कार्यकर्ता बंधुओं से उन्होंने अधिकाधिक सहयोग करने की अपील की है।
उन्होंने बताया कि यहां चलने वाले प्राजैक्ट से जहां अनेक महिला पुरूषों को रोजगार मिलेगा वहीं यहां पर मिलने वाले प्रशिक्षण ‘‘व्यर्थ का सदुपयोग- बहुत बड़़ा उद्योग‘‘ के द्वारा अनेक लोगों द्वारा स्वरोजगार यूनिट स्थापित किए जा सकेंगे जिससे उनकी आर्थिक सम्पन्नता के साथ साथ क्षेत्र के पर्यावरण को बहुत लाभ मिलेगा। संस्थान द्वारा चिकित्सा डिस्पैंसरी व फिजियोथरेपी केन्द्र के माध्यम से निःशुल्क या न्यूनतम शुल्क पर चिकित्सा किए जाने से क्षेत्र के वंचित व असहाय परिवारों को बहुत लाभ मिलेगा। उन्होंने बताया कि लाकडाउन खुलने के बाद अब जल्दी ही इसके शिलान्यास व निर्माण कार्य शुभारम्भ करने का कार्यक्रम निश्चित किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि संस्था की सिरसा शाखा की ओर से “व्यर्थ का सदुपयोग” मिशन व “सिंगल यूज पलासटिक प्रयोग रोकने” के अधीन “थैली छोड़ो थैला पकड़ो” अभियान शुरू किया गया है जिसका शुभारंभ विश्व पर्यावरण दिवस 5 जून 2021 को श्री अनीश यादव, उपायुक्त सिरसा व उनके द्वारा किया जा चुका है। योजना अनुसार नया सुंदर व मजबूत थैला संस्था की ओर से लोगों को इस विश्वास व संकल्प के साथ देने जा रहे हैं कि वे उसका अधिक से अधिक प्रयोग करेंगे और पोलिथिन थैलियों का नहीं। धीरे धीरे इसे ब्लाक, उपमंडल व जिला स्तर तक करेंगें।
पॉलिथीन पर्यावरण और स्वास्थ्य दोनों के लिए बहुत हानिकारक है। संस्था द्वारा आपको जो थैला दिया जाए उसे अपने, अपने परिवार व समाज के हित में अवश्य प्रयोग करें तथा पोलीथिन थैलियों को पूर्ण रूप से नकार दें।

Related post

साड़ी: भारतीयता और परंपरा का विश्व प्रिय पोशाक 

साड़ी: भारतीयता और परंपरा का विश्व प्रिय पोशाक 

21 दिसंबर विश्व साड़ी दिवस सुरेश सिंह बैस “शाश्वत”- आज से करीब  पांच वर्ष पूर्व महाभारत काल में हस्तिनापुर…
पुस्तक समीक्षा :कमोवेश सभी कहानियां गोरखपुर की माटी की खुशबू में तर-बतर है

पुस्तक समीक्षा :कमोवेश सभी कहानियां गोरखपुर की माटी की खुशबू में तर-बतर है

उमेश कुमार सिंह——— गुरु गोरखनाथ जैसे महायोगी और महाकवि के नगर गोरखपुर के किस्से बहुत हैं। गुरु…
पुस्तक समीक्षा : जवानी जिन में गुजरी है,  वो गलियां याद आती हैं

पुस्तक समीक्षा : जवानी जिन में गुजरी है,  वो गलियां याद आती हैं

उमेश कुमार सिंह :  गुरुगोरखनाथ जैसे महायोगी और महाकवि के नगर गोरखपुर के किस्से बहुत हैं।…

Leave a Reply