- March 22, 2018
23 मार्च शहीदी दिवस— 21 वीर शहीदों के आश्रितों को सरकारी नौकरी
वीरों की भूमि झज्जर में 34742 पूर्व सैनिक, 13356 वीर नारी और 155 युद्ध वीरागानाएं
झज्जर (जनसंपर्क विभाग)———- प्रदेश सरकार ने युद्ध, सैन्य अभियान या अन्य आपरेशन में शहीद हुए वीरों के आश्रितों को सरकारी नौकरी देने की नई नीति के तहत झज्जर जिला के 21 वीर शहीदों के आश्रितों को सरकारी नौकरी दी है। शहादत को सम्मान देने का यह कदम वर्तमान प्रदेश सरकार ने उठाया है।
शहीदी दिवस की पूर्व संध्या पर यहां जारी प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से प्रदेश के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री औम प्रकाश धनखड़ ने वीरों की सहादत को नमन करते हुए कहा कि सरकारी नौकरी के अतिरिक्त शहीदों के परिजनों को आर्थिक मदद के रूप में 50 लाख रूपये भी देने का निर्णय वर्तमान सरकार ने लिया है। प्रदेश सरकार ने शहीदों, स्वतंत्रता सेनानियों ,वीर सैनिकों, युद्ध वीरागांनाओं व पूर्व सैनिकों को पूरा मान सम्मान देने के लिए अलग सैनिक एवं अर्ध सैनिक कल्याण विभाग का गठन किया है।
श्री धनखड़ ने कहा कि सैनिकों व अद्र्ध सैनिकों के लिए अलग से विभाग बनने के बाद सैन्य कल्याण कार्य तेजी से हो रहे हैं। शहीदों के आश्रितों को सरकारी नौकरी देने के कार्य में काफी तेजी आई है। उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार अपने सैनिकों व पूर्व सैनिकों को सुविधाएं देने में अग्रणी है। इससे निश्चित रूप से प्रदेश के युवाओं में देश सेवा जज्बा पैदा होता है।
कृषि मंत्री श्री धनखड़ ने कहा कि प्रदेश सरकार अपने विभागों में पूर्व सैनिकों को सरकारी नौकरी
देने का कार्य काफी तेजी और उदारता के साथ कार्य कर रही है। ए व बी श्रेणी की नौकरी में पांच प्रतिशत तथा सी व डी श्रेणी में 14 प्रतिशत आरक्षण का प्रावधान पूर्व सैनिकों व उनके आश्रितों के लिए किया गया है। हाल ही में क्र्लकों की भर्ती में काफी पूर्व सैनिक अपनी योज्यता को सिद्ध करते हुए भर्ती हुए हैं।
प्रदेश सरकार ने पुलिस विभाग में स्पेशल पुलिस आफिसर (एसपीओ) के रूप में काफी बड़ी सख्यां में पूर्व सैनिकों को रोजगार देने का काम किया है। उन्होने कहा कि वर्तमान प्रदेश सरकार ने बहादुरगढ़ में पूर्व सैनिकों के लिए वीर आवास योजना के तहत जमीन दी है। बहादुरगढ़ में नया सैनिक रेस्ट हाउस बनाने की प्रक्रिया भी चल रही है।
सैनिकों व पूर्व सैनिकों को कैंटीन सुविधाएं देने के लिए झज्जर, बहादुरगढ़ बेरी, मातनहेल में सीएसडी कैंटीन खोली गई हैं वहीं मेडिकल सुविधाएं मुहैया करवाने के लिए झज्जर व बहादुरगढ़ ईसीएचएस योजना के तहत आधुनिक पोलिक्लीनिक खोले गए हैं। साथ ही एमरजेंसी में बेहतर मैडिकल सुविधाएं उपलबध कराने के लिए बहादुरगढ़ व झज्जर के बड़े अस्पतालों को पैनल पर रखा गया है।
जिला सैनिक बोर्ड की चेयरमैन एवं उपायुक्त सोनल गोयल ने शहीदी दिवस की पूर्व सध्यां पर कहा कि प्रदेश सरकार ने सैनिकों के कल्याण के लिए अनेक सार्थक कदम उठाए हैं। जिला के सभी विभागों को निर्देशित किया गया है कि सैनिकों व पूर्व सैनिकों को पूरा मान सम्मान देते हुए उनके कार्य तत्परता के किए जाएं।
सैनिकों व पूर्व सैनिकों का गृहकर माफ है, वहीं हुडा के रिहायशी प्लाटों,राष्ट्रीय परमिट, हाउसिंग बोर्ड में दस प्रतिशत का आरक्षण निर्धारित किया गया है। सैनिकों को मनोरंजन कर में छूट है। उपायुक्त श्रीमती गोयल ने बताया कि युद्ध , सैन्य अभियान या अन्य सैन्य आपरेशन में घायल होने वाले सैनिकों को भी प्रदेश सरकार की ओर से आर्थिक मदद के साथ-साथ अनेक रियायतें दी जा रही हैं।
जिला सैनिक बोर्ड सचिव एवं रिटायर्ड ले. कर्नल ए के यादव ने शहीदी दिवस की पूर्व सध्यां पर शहीदों का नमन करते हुए कहा कि झज्जर वीरों की भूमि है जिला से हजारों युवा सेना, वायु सेना , नौ सेना तथा अद्र्ध सैनिक बलों में सेवारत हैं। जिले में 34742 पूर्व सैनिक, 13356 वीर नारी और 155 युद्ध वीरागानाएं हैं।
सचिव ने कहा कि सेना अपने पूर्व सैनिकों को अपना हिस्सा मानती है और उनके कल्याण के लिए प्रदेश में जिला स्तर पर सैनिक एवं अद्र्ध सैनिक बोर्ड का खोला गए हैं। जिला सैनिक एवं अर्ध सैनिक बोर्ड का दायित्व है कि प्रदेश व केंद्र सरकार की ओर से सैनिकों व पूर्व सैनिकों के लिए चलाई जा रही कल्याणकारी नीतियों व योजनाओं की जानकारी देते हुए जिला प्रशासन के साथ समन्वय बनाते हुए इन नीतियों का लाभ पंहुचाया जाए।