- April 2, 2024
2024 का आम चुनाव: एक अनुमान : शैलेश कुमार
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हे! भारत के द्विज भारतवंशी जरा होमर के इलियड पुस्तक का नयनाभिराम करें। इससे स्पष्ट हो रहा है की भारत का एक जाति का एक व्यक्ति समूल जाति के ऐश्वर्य को नशा कर रहा है।
आपके अतरआत्मा की आवाज सही पथ पर चलने का मार्ग देख रहा है। वर्तमान में आपमें अंतरआत्मा की शून्यता है जिसे आप समझने में असमर्थ है और यही असमर्थता आपके विलीनता का कारण बनने जा रहा है।
आप न भारत के चन्द्रगुप्त है और न विक्रमादित्य ही बनने का प्रयास किया, आप अपने नैतिक बुद्धि से अग्नवर्ण बनने का असफल प्रयास कर रहे है।
हे! भरतवंशी, वर्तमान में युवाओं के हाथ खाली है और भरने के बदले उसे और आप गंभीर बना रहें है,
राजा , प्रजा की समस्या हल न करे तो ऐसे राजा का पतन होना ही चाहिए और आप समस्या पैदा करने में सूरसा रूप धारण कर रहें है।
अगर राजा रोटी देने में असमर्थ है तो ऐसे राज्य के प्रजा को चाहिए की राजा को सिंहासनाच्युत कर प्रजा कल्याणकारी राजा को सताच्युत करे।
हे रघुुकुल के पुजारी ! जरा पीछे जाये ! किस तरह रघुकुल का शासन भयमुक्त था और प्रजा में खुशहाली थी। रघु अर्थात रघुनन्दन के देह त्याग के बाद अयोध्या का शौर्य तिनके की तरह बिखर गया और नाम तक लेने वाला नही रह गया। वही लव कुश जो रघुनन्दन को पराजित किया था , भारतीय शौर्य योद्धा के इतिहास और आर्य की विकसित साम्राज्य को नामोनिशान मिटा दिया।
महामारी के समय किस तरह दिल्ली,महाराष्ट्र और बंगाल के गवर्नर ने प्रजाओं पर कहर बडपाया और आप धृतराष्ट्र बनकर देखते रह गयें। पुलिस रूपी रक्षको ने प्रजा को आपके इशारे पर सताती रही और आप देखते रह गये। ट्रैफिक नियम के नाम पर उस आपातकाल में निर्दयता से शुक्ल वसूला गया। एक दम आततायी की तरह. इस निर्दयता की तुलना विश्व की किसी भी क्रूर राजा से करना भी काम होगा।
हे! ऐसे प्रजा कल्याणकारी शासक को खूद अरण्य गमन कर जाना चाहिए ।
आपसे ज्यादा आपके अमात्य निरंकुश बना रहा।
आर्थिक हा ! हा !! कार पैदा करनेवाले, समूल उद्योग को समाप्त करने वाले, हे महाप्रभु ! आप किस मुॅह लेकर प्रजा में आ रहे है।
जनता को जो 5 मिनट का दिखावे का अधिकार दिया गया है इस पांच मिनट के महापर्व की परिणाम यह भी हो सकता है अगर इससे कम हुआ तो निश्चय ही प्रजा की झुकान विपक्षियों की तरह होगा :
2024 का आम चुनाव:
- बिहार में बीजेपी 8- 10 सींटो पर सिमट रही है उसका वजह है चरित्रहीन जनता दल यूनाइटेड सत्ता का मजा लेना रोजगार की समस्या को बढ़ाना।
- जनता दल यूनाइटेड की 10 सींटें राजद के पास जा रही है अर्थात जेडीयू 7 से ज्यादा सींटे नही ले रही है।
3. बंगाल में भी 15 से 20 पर सिमट रही है।
4. यूपी : बुलडोजर नीति और सतही समस्या को जस का तस बनाए रखना जिससे 40-50 सींटो पर सिमट रही है।
5. दिल्ली — केजरीवाल फैक्टर 3 से 4 सीटों पर सिमट कर है।
मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़,महाराष्ट्र और अन्य राज्यों पर गहरी नजर डालते हैं तो 220 सीटें विपक्षी पार्टी की झोली में जाती है तब बीजेपी एलाइंस सरकार बना रही है।
अर्थात मोदी सरकार आ रही है ऐसा वेव मीडिया www.navsancharsamachar.com का अनुमान है।
लेकिन यह सींटे प्रधानमंत्री मोदी जी को मिल रहा है न की बिन सिर पैर वाले परजीवी सांसदों को।
सबसे बड़ी क्षति बिहार ,उत्तरप्रदेश और बंगाल तथा साम्यवादी राजय केरल में हो रहा है , उत्तर पर दक्षिणपन्थी के प्रति विकृत मनोदशा उपज रहा है
भविष्य में बीजेपी की हैसियत वर्तमान कांग्रेस की तरह हो जाएगा।