भाग 3 – 1982 —पारिजात के फूल —-विजय कुमार सप्पत्ती, तेलंगाना
हम सब पारिजात के घर में बैठकर लड्डू खा रहे थे. सबसे ज्यादा कन्हैया खा रहा था. पारिजात ने उससे
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