- June 6, 2015
200 जन-औषधि केन्द्र की प्रस्तावना
केन्द्रीय रसायन एवं उर्वरक मंत्री श्री अनंत कुमार ने कहा है कि मध्यप्रदेश में 200 जन-औषधि केन्द्र खोले जायेंगे, जिसके लिये भारत सरकार 50 करोड़ रुपये देगी। जबलपुर में 5500 करोड़ लागत से 13 लाख मीट्रिक टन यूरिया उत्पादन कारखाना खोलने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में जनोन्मुखी योजनाएँ क्रियान्वित कर मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश की तकदीर बदल दी है। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि आरक्षित एवं आवंटित वनों की जिम्मेदारी वन समितियों को सौंपी जायेगी और उन्हें वन प्रबंधन में भागीदार बनाया जायेगा। उन्होंने वनोपज का न्यूनतम समर्थन मूल्य भी तय करने को कहा। श्री अनंत कुमार और श्री चौहान आज मण्डला में संयुक्त वन प्रबंधन समिति के महा-सम्मेलन और कृषि महोत्सव समारोह को संबोधित कर रहे थे। इस मौके पर किसान कल्याण एवं कृषि विकास मंत्री श्री गौरीशंकर बिसेन, राज्य मंत्री एवं जिले के प्रभारी श्री शरद जैन उपस्थित थे। श्री अनंत कुमार ने कहा कि पूरे देश में लोगों की जीवन-रक्षा के लिये 30 हजार जन-औषधि केन्द्र खोले जा रहे हैं। मध्यप्रदेश की संयुक्त वन प्रबंधन नीति आदर्श है। तेन्दूपत्ता संग्रहण में प्रदेश सरकार ने जो काम किया है, उससे वनवासियों को लाभ मिला है और उनके जीवन में परिवर्तन आया है। उन्होंने किसानों से कहा कि वे रासायनिक खाद के बजाय जैविक खेती को अपनायें। केन्द्र सरकार जैविक और गोबर खाद पर सबसिडी देने पर विचार कर रही है। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री, केन्द्रीय कृषि मंत्री, केन्द्रीय वित्त मंत्री और मुख्यमंत्री श्री चौहान के साथ चर्चा कर गोबर खाद पर अनुदान देने के संबंध में विचार किया जायेगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि वन एवं वन्य-प्राणियों की सुरक्षा में सरकार के साथ सभी वर्ग के लोगों के सहयोग की आवश्यकता है। उन्होंने किसानों को खेती को लाभ का धंधा बनाने के लिये परम्परागत खेती के साथ ही फल-फूल और औषधीय खेती अपनाने की सलाह दी। उन्होंने बताया कि प्रदेश में शुरू होने वाले 200 जन-औषधि केन्द्र के साथ मण्डला जिले में 4 अतिरिक्त केन्द्र खोले जायेंगे। इसमें नागरिकों को 60 प्रतिशत छूट पर दवाइयाँ मिलेंगी। कार्यक्रम को वन मंत्री श्री गौरीशंकर शेजवार ने भी संबोधित किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान एवं केन्द्रीय मंत्री श्री अनंत कुमार ने अमृता देवी पुरस्कार से 6 संस्था और बसामन मामा स्मृति वन एवं वन्य-प्राणी पुरस्कार से 11 संस्था को पुरस्कृत किया। उन्हें सम्मान स्वरूप प्रशस्ति-पत्र एवं नगद राशि दी गयी। सम्मेलन में मण्डला जिले में उत्कृष्ट कार्य करने वाली 2 वन समिति को 50 हजार तथा सदस्यों को एक-एक हजार रुपये के पुरस्कार प्रदान किये। वन समितियों के सदस्यों को रोजगार उपलब्ध करवाने के लिये सिलाई मशीन दी गयी। कार्यक्रम में 34 वन समिति को 11 करोड़ रुपये का लाभांश वितरित किया और 48 करोड़ की लागत के निर्माण कार्यों का लोकार्पण तथा भूमि-पूजन किया। विभिन्न योजना में चयनित 35 हितग्राही को लाभ एवं कृषि से जुड़े उन्नत उपकरण का वितरण किया। |