- June 11, 2018
20 हजार मीट्रिक टन प्लास्टिक कचरा जलाने का लक्ष्य निर्धारित
भोपाल (सुनीता दुबे)——–प्रदेश में पिछले 2 वर्षों में 50 हजार मीट्रिक टन से अधिक प्लास्टिक वेस्ट प्रदेश के सीमेंट उद्योगों में नष्ट किया जा चुका है। सीमेंट उद्योग अगले वर्ष नगर निगम के माध्यम से प्राप्त 20 हजार मीट्रिक टन प्लास्टिक कचरा जलायेंगे।
यह जानकारी आज प्रमुख सचिव एवं मध्यप्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अध्यक्ष श्री अनुपम राजन द्वारा प्रदेश की रोटरी क्लिन आधारित सीमेंट संयंत्रों में प्लास्टिक वेस्ट सह दहन की समीक्षा के दौरान दी गई।
श्री राजन ने बताया कि प्रदेश में प्रति दिन लगभग 300 मीट्रिक टन प्लास्टिक कचरा उत्पन्न होता है। इसमें से लगभग 75 मीट्रिक टन प्लास्टिक कचरा नगरीय कचरे के साथ-साथ खुले में पड़ा रहता है, जिससे प्लास्टिक कचरे के निराकरण की विकराल समस्या उत्पन्न हुई। राज्य शासन सीमेंट प्लांटों में प्लास्टिक वेस्ट ईंधन के रूप में जलाने और पुन: उपयोग को प्रोत्साहित करता रहा है।
श्री राजन ने बताया कि प्रदेश में सीमेंट संयंत्रों में प्लास्टिक कचरा जलाने की शुरूआत वर्ष 2014-15 में आरंभ की गई है। प्रथम वर्ष में हुए अनुसंधानों के बाद पाया गया कि सीमेंट भट्टियों में प्लास्टिक कचरा जलाने से होने वाले गैस उत्सर्जन से वातावरण पर किसी प्रकार का दुष्प्रभाव नहीं पड़ेगा।
यह प्रक्रिया सतत जारी है। देश ही नहीं, सम्पूर्ण विश्व में प्लास्टिक वेस्ट के निपटारे को लेकर चिंता व्याप्त है। इस बार विश्व पर्यावरण दिवस भी ‘बीट प्लास्टिक पॉल्यूशन” विषय पर आधारित था।
समीक्षा बैठक में एसीसी सीमेंट कैमोर, बैला सीमेंट वर्क्स बैला, जिला रीवा, जे.पी. सीमेंट, रीवा, बिरला कॉर्पोरेशन, सतना, भिलाई जे.पी. सीमेंट, सतना, के.जे.एस. सीमेंट, मैहर, प्रिज्म सीमेंट, जिला सतना, रिलायंस सीमेंट, जिला सतना, सीधी सीमेंट वर्क्स, सीधी, डायमण्ड सीमेंट, जिला दमोह, विक्रम सीमेंट, खौर, जिला नीमच के प्रतिनिधि मौजूद थे।