• March 29, 2022

1990 के बाद दूसरी सबसे बड़ी लूट कांड : 7 मिनट के अंदर ही डेढ़ करोड़ से अधिक के जेवर और नगद की लूट

1990 के बाद दूसरी सबसे बड़ी लूट कांड : 7 मिनट के अंदर ही डेढ़ करोड़ से अधिक के जेवर और नगद की लूट

छपरा– बिहार के छपरा शहर में दिनदहाड़े डेढ़ करोड़ रुपए से भी अधिक की ज्वेलरी लूट के मामले ने पुलिसिया चौकसी पर एक बार फिर से कई सवाल खड़े कर दिए हैं.

पीएन ज्वेलर्स के मालिक नागेंद्र प्रसाद द्वारा पुलिस को दी जानकारी में डेढ़ करोड़ से अधिक के जेवर और नगद की लूट की जानकारी दी गई है जिसकी सूची पुलिस तैयार कर रही है. लुटेरों ने जिस तरह से घटना को अंजाम दिया वह काफी चौंकाने वाला है. लुटेरे खाद का बोरा लेकर लूट की घटना को अंजाम देने पहुंचे थे और सारा माल बोरे में भरकर ले गए. जाते-जाते अपराधियों ने पीएन ज्वेलर्स के कर्मचारियों को टाटा बाय-बाय भी बोला.

अपराधियों ने सभी कर्मचारियों-ग्राहक के मोबाइल भी छीन लिए थे लेकिन जब एक महिला कर्मचारी रोने लगी तो एक अपराधी ने उसका मोबाइल वापस करने का निर्देश दिया और सिम लेकर उसका मोबाइल वापस कर दिया गया. कर्मचारियों ने बताया कि उन्हें समझ में नहीं आया कि उनके दुकान में लूट की घटना शुरू हो गई है क्योंकि लुटेरे अचानक ही पहुंच गए और 7 मिनट के अंदर ही न सिर्फ लूटपाट की बल्कि गार्ड के राइफल को छीन कर उससे हवाई फायरिंग भी कर दी और उसे तोड़ कर फेंक दिया.

लूट की घटना के बाद पहुंचे छपरा एसपी संतोष कुमार ने बताया कि आसपास के जिलों को अलर्ट कर दिया गया है और तमाम सड़कों के सीसीटीवी कैमरे खंगाले जा रहे हैं ताकि अपराधियों की पहचान हो सके. उन्होंने बताया कि पीएन ज्वेलर्स दुकान में घुसते ही अपराधियों ने गार्ड को हथियार के बल पर बंधक बना लिया और हथियार छीन कर तोड़ दिया. वहां पर मौजूद सभी कर्मचारियों को भी बंधक बना लिया गया था. इस दौरान दो गोली भी चलाई गई जिसमें कर्मचारी बाल-बाल बचे हैं.

Related post

साड़ी: भारतीयता और परंपरा का विश्व प्रिय पोशाक 

साड़ी: भारतीयता और परंपरा का विश्व प्रिय पोशाक 

21 दिसंबर विश्व साड़ी दिवस सुरेश सिंह बैस “शाश्वत”- आज से करीब  पांच वर्ष पूर्व महाभारत काल में हस्तिनापुर…
पुस्तक समीक्षा :कमोवेश सभी कहानियां गोरखपुर की माटी की खुशबू में तर-बतर है

पुस्तक समीक्षा :कमोवेश सभी कहानियां गोरखपुर की माटी की खुशबू में तर-बतर है

उमेश कुमार सिंह——— गुरु गोरखनाथ जैसे महायोगी और महाकवि के नगर गोरखपुर के किस्से बहुत हैं। गुरु…
पुस्तक समीक्षा : जवानी जिन में गुजरी है,  वो गलियां याद आती हैं

पुस्तक समीक्षा : जवानी जिन में गुजरी है,  वो गलियां याद आती हैं

उमेश कुमार सिंह :  गुरुगोरखनाथ जैसे महायोगी और महाकवि के नगर गोरखपुर के किस्से बहुत हैं।…

Leave a Reply