- January 22, 2019
15वें प्रवासी भारतीय दिवस -प्रगतिशील उत्तर प्रदेश के लिए प्रवासियों से संवाद का यह महत्वपूर्ण आयोजन
लखनऊ———उत्तर प्रदेश के राज्यपाल श्री राम नाईक ने वाराणसी के बड़ालालपुर दीनदयाल उपाध्याय हस्तकला संकुल सभागार में आयोजित तीन दिवसीय 15वें प्रवासी भारतीय दिवस कार्यक्रम के पहले दिन ‘उत्तर प्रदेश प्रवासी दिवस’ में श्री अमित श्रीवास्तव, अरिसुरह्मान इस्लाम, धनंजय सिंह, हरिवी वंदन, जमाल अहमद, डॉ0 रामेश्वर सिंह, संजीव राजौरा व इशिका सिंह को ‘उत्तर प्रदेश प्रवासी रत्न पुरस्कार’ से सम्मानित किया।
कार्यक्रम में प्रवासी भारतीयों को संबोधित करते हुए राज्यपाल ने कहा कि पहले के प्रवासी दिवस तथा वर्तमान प्रवासी दिवस में बहुत बड़ा परिवर्तन है। वाराणसी में आयोजित प्रवासी भारतीय दिवस कार्यक्रम पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा कि प्रगतिशील उत्तर प्रदेश के लिए प्रवासियों से संवाद का यह महत्वपूर्ण आयोजन है।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश प्रवासी दिवस कार्यक्रम में प्रवासी भारतीयों को सम्बोधित करते हुए कहा कि वैश्विक
धरोहर के रूप में कुम्भ को विश्व पटल पर उभारने का कार्य किया जा रहा है। कुम्भ को लोग अब तक सुना करते थे, जबकि हमारी सरकार ने लोगों को कुम्भ को दिखाने का कार्य किया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार ने निवेश के लिए सुरक्षा का वातावरण प्रदान करने का कार्य किया गया है। प्रदेश में जल, थल और नभ स्तर पर कनेक्टिविटी बढ़ी है।
वर्तमान सरकार के प्रयासों से परिवहन कनेक्टिविटी में बहुत सुधार हुआ है। जल परिवहन के रूप में क्रूज़ तथा पानी के जहाज की सेवाएं शुरू की गयी हैं, वहीं सड़क परिवहन व्यवस्था को सुदृढ़ करते हुए इसे जनसामान्य के लिए सुलभ बनाया गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश में लखनऊ तथा वाराणसी के अलावा अब प्रदेश के 4 महानगरों-प्रयागराज, गोरखपुर, कानपुर तथा आगरा में नियमित वायु सेवा प्रारम्भ हो गयी है। अयोध्या, मेरठ, बरेली, झांसी तथा कुशीनगर में नये हवाई अड्डे विकसित किये जा रहे हैं। जेवर में अन्तर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा तथा हब की स्थापना करायी जा रही है।
प्रदेश में पर्यटन विकास की अपार सम्भावनाओं पर प्रकाश डालते हुए मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आध्यात्मिक पर्यटन, हेरिटेज टूरिज़म तथा ईको टूरिज़्म की जो सम्भावनाएं उत्तर प्रदेश में मौजूद हैं, वैसी अन्य जगह पर मिलना दुर्लभ है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार, केन्द्र सरकार के सहयोग ‘प्रासाद योजना’
एवं ‘स्वदेश दर्शन योजना’ के अन्तर्गत, अयोध्या सहित मथुरा-वृन्दावन, गोरखपुर, प्रयागराज, नैमिषारण्य, वाराणसी, विन्ध्याचल आदि स्थलों का पर्यटन विकास करा रही है।
मुख्यमंत्री जी ने ‘उत्तर प्रदेश प्रवासी दिवस’ कार्यक्रम के पश्चात कार्यक्रम स्थल के समीप मिनी स्टेडियम पहुंचकर वहां पर लगाए गए डिजिटल कुम्भ, समय अटल, ओ0डी0ओ0पी0, काशी हस्तशिल्प, देश के विभिन्न प्रान्तों के उत्पादों एवं नेहरू युवा केंद्र अवलोकन किया। उन्होंने वहां पर आयोजित आकर्षक प्रदर्शनी का भी अवलोकन किया, जिसमें उत्तर प्रदेश के सिविल एविएशन, रेलवे, टूरिज्म, इन्फ्रास्ट्रक्चर आदि का चित्रण किया गया है। डिजिटल कुंभ प्रदर्शनी में प्रयागराज, हरिद्वार, उज्जैन व नासिक के कुंभों का चित्रण किया गया है, जो भारतीय संस्कृति के महान भाव को दर्शाता है।
मुख्यमंत्री ने ‘समय अटल’ प्रदर्शनी में पोखरण परमाणु परीक्षण, श्रद्धेय अटल जी के संबोधन के डिजिटल वीडियो तथा अटल जी की पुस्तकों के अंश पर आधारित इंटरएक्टिव बुक्स को देखा।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर प्रदर्शनी में स्वर्गीय अटल के डिजिटल संबोधन को भी सुना। काशी विश्वनाथ मंदिर, नमामि गंगे, ई- वेस्ट इंडिया, मेक इन इंडिया, ओडीओपी में प्रदेश के विभिन्न जिलों के उत्पादों की लगाई गई प्रदर्शनी को भी उन्होंने देखा।
मुख्यमंत्री जी ने पं0 दीनदयाल उपाध्याय प्रदर्शनी पंडाल में लगी विभिन्न विषयों एवं क्षेत्रों की प्रदर्शनी का भी अवलोकन किया।