• October 4, 2018

149 सरकारी कालेजों के प्रिंसिपलों से बात— समय के अनुसार अध्ययन एवं अध्यापन करवाने के निर्देश

149 सरकारी कालेजों के प्रिंसिपलों से बात— समय के अनुसार अध्ययन एवं अध्यापन करवाने के निर्देश

रेवाड़ी——- हरियाणा के सरकारी कालेजों में पढऩे वाले विद्यार्थियों की सामाजिक सोच एवं सृजनशीलता को प्रोत्साहित करने के लिए उच्चतर शिक्षा विभाग द्वारा लघु-फिल्म प्रतियोगिता का आयोजन करवाया जाएगा जिसमें कालेज स्तर से लेकर राज्य स्तर तक अव्वल स्थान हासिल करने वाले प्रतिभागियों को सम्मानित भी किया जाएगा।

विभाग द्वारा ‘स्मार्ट क्लास-रूम’ के माध्यम से आधुनिक तकनीक द्वारा विद्यार्थियों को पाठ्यक्रम समझाया जाएगा ताकि उनको शैक्षिक पाठ चिरस्मरणीय रह सके।

आज हरियाणा उच्चतर शिक्षा विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव श्रीमती ज्योति अरोड़ा ने हरियाणा सिविल सचिवालय चंडीगढ़ से वीडियो कान्फ्रैसिंग के माध्यम से राज्य के 149 सरकारी कालेजों के प्रिंसिपलों से बात की और उनको उच्चतर शिक्षा को गुणवत्तापरक एवं आधुनिक समय के अनुसार अध्ययन एवं अध्यापन करवाने के निर्देश दिए।

श्रीमती अरोड़ा ने राज्य के सभी सरकारी कालेजों के प्रिंसिपलों को आहवान किया कि वे कालेजों में पढऩे वाले विद्यार्थियों के अंदर छुपी प्रतिभा व स्किल को पहचानें और उसी के अनुसार उनको तराशकर उनकी स्किल को आगे बढ़ाने का प्रयास करें ताकि वे अपनी उच्च शिक्षा ग्रहण करने के बाद या तो कोई अच्छी नौकरी पाने में सफल हो सकें या फिर अपना रोजगार शुरू करने के काबिल बन सकें।

उन्होंने कहा कि वे विद्यार्थियों को अपने-अपने मोबाइल से किसी सामाजिक विषय जैसे स्वच्छता, झुग्गी-झोपडिय़ों में रहने वाले बच्चों को किसी एनजीओ द्वारा पढ़ाने,लालबत्ती चौक पर भीख मांगने वाले बच्चों आदि विषयों पर 2-3 मिनट की प्रेरणात्मक लघु फिल्म बनाने के लिए प्रोत्साहित करें और अच्छी फिल्म बनाने वाले विद्यार्थियों को सम्मानित करें। ऐसी फिल्मों से विद्यार्थियों में समाज के प्रति सकारात्मक सोच भी विकसित होगी। सर्वश्रेष्ठ लघु फिल्में बनाने वाले विद्यार्थियों को कालेज स्तर से लेकर राज्य स्तर तक हरियाणा सरकार द्वारा सम्मानित किया जाएगा।

उन्होंने विभिन्न कालेजों में बनाए जा रहे ‘स्मार्ट क्लास-रूम’ की प्रगति बारे भी रिपोर्ट ली और कहा कि ये ‘स्मार्ट क्लास-रूम’ लगनशील व प्रतिभाशाली विद्यार्थियों के लिए ‘लाईफ-चेंजर’ साबित हो सकते हैं। उन्होंने बताया कि कई देशों में तो ‘स्मार्ट क्लास-रूम’ की प्रक्रिया पहले से ही चालू है। हमारे देश में भी सरकार द्वारा डिजिटल लर्निंग को बढ़ावा देते हुए डिजिटल-कांटेक्सट तैयार किया गया है। उन्होंने ‘स्मार्ट क्लास-रूम’ की तैयारियों बारे फीडबैक ली।

अतिरिक्त मुख्य सचिव ने विद्यार्थियों के लिए खेल, सांस्कृतिक व अन्य गतिविधियों में हिस्सा लेने के लिए प्रेरित करने के निर्देश देने के अलावा अध्यापकों व विद्यार्थियों की उपस्थिति एवं वर्कलोड की समय पर रिपोर्ट भेजने व पढ़ाई पर पूरा ध्यान केंद्रित करने को कहा।

उन्होंने सभी प्रिंसिपलों को नेक (नेशनल एसैसमेंट एंड एक्रीडेशन कांऊसिल) तथा एनआईआरएफ (नेशनल इंस्टिट्यूट रैंकिंग फ्रेमवर्क) से संबंद्घता लेने के लिए सभी दस्तावेज एवं अन्य औपचारिकताएं शीघ्र पूरी करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की ओर से कालेज की आवश्यकताएं पूरी करने के लिए किसी भी प्रकार की आर्थिक सहायता में कमी नहीं रहने दी जाएगी।

वीसी में राजकीय कन्या महाविद्यालय रेवाडी की प्राचार्य श्रीमती पूजा खुल्लर, श्रीमती रेखा शर्मा, साधना रानी , जोगिन्द्र सहित शिक्षा विभाग का अन्य स्टाफ शामिल रहा!

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