- May 8, 2017
नर्मदा सेवा यात्रा पर 175 विशेषज्ञों का मंथन
भोपाल -(सुनीता दुबे)—मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में मध्यप्रदेश में पर्यावरण संरक्षण की मुहिम जारी है। बीते 140 दिन से जारी नर्मदा सेवा यात्रा की सांध्य-बेला में भोपाल में 8 मई को राष्ट्रीय नदी, जल और पर्यावरण संरक्षण पर देश के करीब 175 विशेषज्ञ भोपाल के प्रशासन अकादमी में विचार-विमर्श करेंगे। इसके बाद कार्य-योजना बनाकर भविष्य की रणनीति तय की जायेगी।
एप्को द्वारा प्रशासन अकादमी में सुबह 10 बजे शुरू होने वाले इस मंथन के उदघाटन सत्र में मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान, केन्द्रीय वन एवं पर्यावरण राज्य मंत्री श्री अनिल माधव दवे, एनजीटी के जस्टिस श्री िदलीप सिंह, जल-पुरुष श्री राजेन्द्र सिंह भी मौजूद रहेंगे। उदघाटन सत्र में नर्मदा सेवा यात्रा पर लघु फिल्म भी प्रदर्शित होगी।
मंथन में जल-पर्यावरण विशेषज्ञ, भूगर्भ शास्त्री, वैज्ञानिक, यमुना बॉयो-डॉयवर्सिटी, गंगा अभियान, वनस्पति शास्त्र, मौसम विभाग, नर्मदा शोध, वानिकी, जल-संरक्षण एवं ग्रामीण विकास, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, वन अधिकारी, समाज-शास्त्री, सेवानिवृत्त प्रशासनिक अधिकारी, पर्यावरण संरक्षण में संलग्न संस्थाओं के प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं। इनमें दिल्ली के सुप्रसिद्ध भूगर्भ शास्त्री डॉ. शशांक शेखर, प्रो. ए.के. गोसैन, श्री मनु भटनागर, डॉ. एस.डी. अत्री, श्री अजीत त्यागी, झाँसी के डॉ. संजय सिंह, पद्मश्री भालू मोंडे और बिहार के श्री सुनील चौधरी शामिल हैं।
मंथन का प्रथम सत्र ‘नर्मदा तथा उसकी सहायक नदियों के संरक्षण, संवर्धन की वर्तमान स्थिति : चुनौतियाँ एवं समाधान”, द्वितीय सत्र ‘नर्मदा सेवा मिशन द्वारा नर्मदा नदी के संरक्षण के लिये बनायी कार्य-योजना पर विचार एवं अनुशंसा”, तृतीय सत्र ‘नर्मदा नदी पर निर्भर अर्थ-तंत्र तथा नदी के संसाधनों के उपयोग की वर्तमान स्थिति-भविष्य की कार्य-योजना एवं रणनीति”, चतुर्थ सत्र ‘नर्मदा नदी के संदर्भ में राज्य सरकार एवं नर्मदा सेवा मिशन की वर्तमान संस्थागत व्यवस्था, प्रचलित अधिनियमों/नियमों के संबंध में सुझाव तथा समाज की भूमिका” और पाँचवां सत्र ‘नर्मदा नदी के संदर्भ में पर्यावरण संरक्षण तथा खाद्य सुरक्षा-वर्तमान स्थिति, संभावित चुनौतियाँ, रणनीति एवं कार्य-योजना” पर केन्द्रित होगा। ये सत्र 11.30 से 1.30 बजे के मध्य होंगे।
इसके बाद समूह रणनीति तैयार कर समूह प्रभारी अपना-अपना प्रस्तुतिकरण देंगे। कार्यक्रम का समापन मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान शाम 5.30 बजे करेंगे। वन, योजना एवं आर्थिक, सांख्यिकी मंत्री डॉ. गौरीशंकर शेजवार आभार प्रकट करेंगे।