- June 13, 2016
सड़क सुरक्षा की मुहिम
जयपुर——————— परिवहन एवं सार्वजनिक निर्माण मंत्री श्री यूनुस खान ने कहा है कि केन्द्र सरकार राज्यों का सक्रिय सहयोग लेते हुए सड़क सुरक्षा की मुहिम को आगे बढ़ाएगी।
उन्होंने देश के पहाड़ी राज्यों में परिवहन की विशेष परिस्थितियों को देखते हुए ऎसे क्षेत्रोंं में सड़क सुरक्षा और सुगम परिवहन सुनिश्चित किए जाने हेतु हिमाचल प्रदेश के परिवहन मंत्री श्री जी.एस.बाली की अध्यक्षता में मंत्री समूह की एक उप समिति के गठन की घोषणा की।
श्री खान रविवार को हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला में टाण्डा स्थित डॉ.राजेन्द्र प्रसाद मेडिकल कॉलेज में मंत्री समूह की तृतीय बैठक को मंत्री समूह के अध्यक्ष के रूप में सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने इस मौके पर मंत्री समूह की नई दिल्ली और बेंगलुरू में हुई दो बैठकों की कार्यवाही का सार और धर्मशाला की बैठक की कार्य सूची प्रस्तुत की।
उन्होंने बताया कि सड़क सुरक्षा और परिवहन क्षेत्र की बेस्ट प्रेक्टिसेज के परीक्षण और सुझाव देने के लिए गठित मंत्री समूह की अब तक हुई बैठकों की रिपोर्ट्स के कम्पाइलेशन के बाद जो अंतिम रिपोर्ट बनेगी उसके अनुसार परिवहन क्षेत्र में राज्यों के पास बहुत से ऎसे अधिकार आ जाएंगे जो पहले नहीं थे। उन्होंने कहा कि केन्द्रीय सड़क परिवहन मंत्री श्री नितिन गडकरी सड़क सुरक्षा के क्षेत्र में राज्यों का सक्रिय सहयोग चाहते हैं।
हिमाचल प्रदेश के परिवहन मंत्री श्री जी.एस.बाली ने हिमाचल और अन्य पहाड़ी राज्यों की विशेष परिस्थितियों का जिक्र करते हुए मोटर वाहन अधिनियम में संशोधन के समय इस बात का ध्यान रखने की बात कही तो श्री खान ने मंत्री समूह का अध्यक्ष होने के नाते उसी समय इस सम्बन्ध में एक उप समिति के गठन और श्री बाली को इसका अध्यक्ष बनाने की घोषणा कर दी।
समारोह की अध्यक्षता कर रहे हिमाचल प्रदेश के परिवहन मंत्री श्री जी.एस.बाली ने कहा कि सड़क सुरक्षा योजनाएं केवल राज्य तथा राष्ट्रीय उच्च मार्गों के लिए ही नहीं होनी चाहिए बल्कि आपातकालीन चिकित्सा प्रणाली सहित प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना तथा ग्रामीण सड़कों के लिए भी बनाई जानी चाहिए।
मंत्री समूह की तृतीय बैठक में आंध्र प्रदेश, बिहार, छत्तीसगढ़, गोवा, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, झारखण्ड, कर्नाटक, मध्यप्रदेश, मेघालय, मिजोरम, और तेलंगाना के परिवहन मंत्री, इन राज्यों के परिवहन सचिव, परिवहन आयुक्त एवं अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
हिमाचल प्रदेश के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री नरेन्द्र चौहान एवं श्री तरुण श्रीधर ने सड़क सुरक्षा उपायों तथा हिमाचल प्रदेश में सड़कों की स्थिति पर विस्तृत प्रस्तुतीकरण दिया। इस अवसर पर राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग के उपाध्यक्ष श्री रवि ठाकुर, केन्द्रीय भूतल परिवहन मंत्रालय के सचिव श्री संजय मित्रा, केन्दर््रीय ग्रामीण विकास विभाग के सचिव श्री जे.एस.माथुर भी उपस्थित थे।
इस अवसर पर टाण्डा मेडिकल कॉलेज के विद्यार्थियों ने सड़क सुरक्षा एवं हिमाचल की लोक संस्कृति पर आधारित प्रस्तुतियां दीं। टॉमा केयर सुदृढ़ की जाएं- मुख्यमंत्री हिमाचल प्रदेश हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री वीरभद्र सिंह ने मंत्री समूह की तृतीय बैठक में मुख्य अतिथि के रूप में दिए अपने सम्बोधन में सड़क दुर्घटनाओं में मानव जीवन की रक्षा के लिए आपात सेवाओं एवं ट्रॉमा केयर को सुदृढ़ करने पर बल दिया।
उन्होंने कहा कि कुशल परिवहन प्रणाली समय की आवश्यकता है और इसके लिए संरचनात्मक निवेश को ध्यान में रखा जाना चाहिए। उन्होंने राष्ट्रीय दुर्घटना राहत नीति को स्पष्ट करने एवं इसमें सुधार करने तथा सड़क सुरक्षा निधि के सृजन की आवश्यकता बताई।