• September 6, 2017

12 प्राचार्यो, शिक्षक व शिक्षिका सम्मानित–दो दृष्टिहीन विद्यार्थी

12 प्राचार्यो, शिक्षक व शिक्षिका सम्मानित–दो दृष्टिहीन विद्यार्थी

जयपुर————शिक्षक दिवस के अवसर पर सीकर जिला मुख्यालय की राधाकृष्ण मारू राजकीय बालिक उच्च माध्यमिक विद्यालय में आयोजित जिला स्तरीय शिक्षक सम्मान समारोह में देवस्थान राज्य मंत्री व जिले के प्रभारी मंत्री श्री राजकुमार रिणवां द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में विशेष योगदान व उत्कृष्ट कार्य करने वाले 12 प्राचार्यो, शिक्षक व शिक्षिकाओं को श्रीफल भेंट कर शॉल ओढ़ाकर, प्रशस्ती पत्र एवं स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया गया।

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प्रभारी मंत्री श्री राजकुमार रिणवां , जिला प्रमुख अपर्णा रोलन, सांसद श्री सुमेधानंद सरस्वती, सीकर विधायक श्री रतनलाल जलधारी, यूआईटी अध्ययक्ष श्री हरिराम रणवां, जिला कलेक्टर नरेश कुमार ठकराल, उपखण्ड अधिकारी सीकर जूही भार्गव

इस अवसर पर जिला प्रमुख अपर्णा रोलन, सांसद श्री सुमेधानंद सरस्वती, सीकर विधायक श्री रतनलाल जलधारी, यूआईटी अध्ययक्ष श्री हरिराम रणवां, जिला कलेक्टर नरेश कुमार ठकराल, उपखण्ड अधिकारी सीकर जूही भार्गव, जिला शिक्षा अधिकारी प्रथम व द्वितीय, प्रारम्भिक शिक्षा अधिकारी, विद्यालय की प्राचार्या विनिता शर्मा, अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारियों सहित जिला स्तरीय अधिकारीगण, शिक्षिकाएं एवं विद्यालय की छात्राएं उपस्थित थी।

मुख्य अतिथि के रूप में सीकर जिला प्रभारी मंत्री ने शिक्षकों से कहा कि शिक्षक का दायित्व है कि भावी पीढ़ी को संस्कारवान शिक्षा देकर आगे बढ़ने को प्रेरित करें ताकि वे देश, प्रदेश, समाज व परिवार का नाम रोशन कर सकें। उन्होंने कहा कि बच्चों को किताबी ज्ञान ही नहीं बल्कि व्यवहारिक ज्ञान भी देना चाहिये। उन्होंने कहा कि जीवन में माता-पिता एवं गुरू ही महत्वपूर्ण होते हैं माता-पिता बच्चे को आदर्श व सम्मान सिखाते है तो गुरू दिनों-दिन प्रगति एवं मार्गदर्शक होता है।

इस अवसर पर श्री सुमेधानंद सरस्वती ने शिक्षकों से कहा कि बच्चों को सजा व डर से नहीं बल्कि स्वयं को अनुशासित होकर सुधारा जा सकता है। शिक्षक उपरी दिखावा नहीं बल्की आंतरिक शुद्ध मन से संस्कारवान शिक्षा दें। सीकर जिला प्रमुख अपर्णा रोलन ने बच्चों से कहा कि शिक्षकों को हमेशा सम्मान व आदर्श मानना चाहिये ताकि आपको सही मार्ग दर्शन दे सकें।
इस अवसर पर सीकर विधायक श्री रतनलाल जलधारी ने शिक्षकों से कहा कि अपने कर्तव्यों व दायित्वों का निर्वहन कर ईमानदारी से बच्चों को पढ़ायें। उन्होंने किताबी ज्ञान के साथ शारीरिक व मानसिक शिक्षा भी देना आवश्यक है ताकि वे खेलकूद प्रतियोगिताओं में हिस्सा लें सकें। नगर सुधार न्यास के अध्यक्ष श्री हरिराम रणवां ने कहा कि शिक्षक पद मिलना जीवन में मिलने वाली बहुत बड़ी खुशी होती है।

जिला कलेक्टर ने गुरूजनों को नमन करते हुए कहा कि राज्य सरकार के प्रयासों से शिक्षा स्तर में सुधार हुआ है। राष्ट्र निर्माण में शिक्षकों का बड़ा योगदान रहा है। उन्होंने नार्वे, स्वीडन आदि देशों का उदाहरण देते हुए कहा कि पहले शिक्षा जगत में पिछड़े हुए थे 15 सालों में शिक्षा स्तर में बहुत सुधार हुआ है। उन्होंने बेटी बचाओ,बेटी पढ़ाओ पर कहा कि हर समाज की बेटियों को पढ़ा-लिखा कर उन्हें आगे बढ़ने का मौका दें। उनका आत्म सम्मान बढा़ना पड़ेगा।

सम्मान समारोह में अतिथियों ने मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार कक्षा 9 से 12 में अध्ययनरत पूर्ण दृष्टि बाधित दो बालक-बालिकाओं मुकेश कुमार रा.उ.मा.वि. गोठड़ा भूखरान व प्रियंका मेहरा रा.मा. वि. मेई को एन्ड्रॉयड मोबाईल फोन वितरित किया।

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