• January 7, 2020

11 एवं 12 जनवरी 2020–‘उत्तराखण्ड यंग लीडर कान्क्लेव’

11 एवं 12 जनवरी 2020–‘उत्तराखण्ड यंग लीडर कान्क्लेव’

देहरादून —— मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने मुख्यमंत्री आवास में ‘उत्तराखण्ड यंग लीडर कान्क्लेव’ का टीजर लाॅच किया।

11 एवं 12 जनवरी 2020–‘उत्तराखण्ड यंग लीडर कान्क्लेव’ को ओएनजीसी सभागार, देहरादून में स्वामी विवेकानन्द की जयंती के अवसर पर ‘उत्तराखण्ड यंग लीडर कान्क्लेव’ में देशभर से युवा संवाद करेंगे।

कान्क्लेव में संवाद ओर संकल्प के माध्यम से देवभूमि उत्तराखण्ड को उत्कृष्ट उत्तराखण्ड बनाने की दिशा में मंथन किया जायेगा। मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि उत्तराखण्ड यंग लीडर कान्क्लेव का आयोजन स्वामी विवेकानन्द जी की जयंती के अवसर पर किया जा रहा है।

इस कार्यक्रम के माध्यम से राज्य सरकार युवाओं को जो संदेश देना चाहती है, उसमें कामयाबी मिलेगी। उन्होंने कहा कि युवाओं को अपनी जिम्मेदारी का पूर्णता के साथ निर्वहन करना होगा। आज के युवा भारत का भविष्य हैं। युवाओं को सही दिशा मिलना जरूरी है।

स्वामी विवेकानन्द जी ने अपने विचारों के माध्यम से भारतीय संस्कृति एवं परम्परा का विश्व स्तर पर व्यापक प्रचार प्रसार किया। आज युवाओं को उनके विचारों का अनुसरण करते हुए आगे बढ़ना होगा, तभी एक भारत, श्रेष्ठ भारत का सपना पूरा होगा।

इस अवसर पर सचिव मुख्यमंत्री श्रीमती राधिका झा, पर्यावरणविद् श्री बी.एन शर्मा, मुख्यमंत्री के जनसम्पर्क अधिकारी श्री शैलेन्द्र त्यागी, सुश्री अदिति त्यागी, श्री हेम सिंह, श्री यश, श्री ओजस्व आदि उपस्थित थे। सूचना एवं लोक सम्पर्क विभाग

Related post

साड़ी: भारतीयता और परंपरा का विश्व प्रिय पोशाक 

साड़ी: भारतीयता और परंपरा का विश्व प्रिय पोशाक 

21 दिसंबर विश्व साड़ी दिवस सुरेश सिंह बैस “शाश्वत”- आज से करीब  पांच वर्ष पूर्व महाभारत काल में हस्तिनापुर…
पुस्तक समीक्षा :कमोवेश सभी कहानियां गोरखपुर की माटी की खुशबू में तर-बतर है

पुस्तक समीक्षा :कमोवेश सभी कहानियां गोरखपुर की माटी की खुशबू में तर-बतर है

उमेश कुमार सिंह——— गुरु गोरखनाथ जैसे महायोगी और महाकवि के नगर गोरखपुर के किस्से बहुत हैं। गुरु…
पुस्तक समीक्षा : जवानी जिन में गुजरी है,  वो गलियां याद आती हैं

पुस्तक समीक्षा : जवानी जिन में गुजरी है,  वो गलियां याद आती हैं

उमेश कुमार सिंह :  गुरुगोरखनाथ जैसे महायोगी और महाकवि के नगर गोरखपुर के किस्से बहुत हैं।…

Leave a Reply