- January 23, 2016
10 फरवरी राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस :: 30वां सूरजकुण्ड अन्तर्राष्ट्रीय शिल्प मेला –
चंडीगढ़ ——– हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री श्री अनिल विज ने कहा कि 10 फरवरी को राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस पर प्रदेश के 6 से 19 वर्ष आयु वर्ग के सभी 80 लाख बच्चों को कृमि नियंत्रण (पेट के कीड़े मारने) की दवाई खिलाई जाएगी। श्री विज ने आज यहां स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। उन्होंने अधिकारियों को प्रदेश के सरकारी स्कूलों तथा निजी स्कूलों में पढ़ने वाले सभी बच्चों को यह कृमि नियंत्रण की दवाई खिलाने के लिए कहा।
उन्होंने कहा कि आसानी से खिलाई जाने वाली यह गोली सभी स्कूलों, आंगनवाड़ी केन्द्रों, कॉलेजों तथा गली-मौहल्लों में निःशुल्क उपलब्ध करवाई जाएगी। इसके साथ ही उन्होंने अभिभावकों को स्कूल में न जाने वाले व गैर पंजीकृत बच्चों को भी यह दवाई अवश्य खिलाने की अपील की। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि सभी गांवों के पंचों, सरपंचों तथा नगर निकाय के सभी पार्षदों तथा सामाजिक कार्यकर्ताओं एवं संस्थाओं को इस अभियान के साथ जोड़ा जाएगा ताकि प्रदेश का कोई भी बच्चा यह दवाई खाने से वंचित न रहे।
10 फरवरी को दवाई लेने में जो बच्चे छूट जाएंगे, उन्हें यह दवाई 15 फरवरी को दी जाएगी। इस अभियान के तहत 0 से 5 वर्ष आयु वर्ग के बच्चों को पहले ही कवर कर लिया गया है। श्री विज ने बताया कि इस दवाई से कृमि संक्रमण की रोकथाम आसान होगी। चिकित्सकों के अनुसार कृमियों (पेट के कीड़ों) से ग्रसित बच्चे कुपोषण व खून की कमी का शिकार होते हैं।
ऐसे बच्चों को हमेशा थकावट रहती है और उनका सम्पूर्ण शारीरिक एवं मानसिक विकास नही हो पाता है। इस दवाई का कोई दुष्प्रभाव भी नही होता है इसलिए सभी अभिभावकों को यह दवाई अपने बच्चों को अवश्य खिलानी चाहिए।
30वां सूरजकुण्ड अन्तर्राष्ट्रीय शिल्प मेला –———————————पहली से 15 फरवरी, 2016 तक फरीदाबाद के सूरजकुण्ड में आयोजित किया जाएगा। यह मेला भारत के हस्तशिल्पों, हथकरघों तथा सांस्कृतिक धरोहर की समृद्धि तथा विविधता को दर्शाता है। इस उत्सव ने पाक्षिक मेले के दौरान 10 लाख से अधिक घरेलू और विदेशी आगंतुकों को आकर्षित करके बड़ी ही प्रतिष्ठा और ख्याति अर्जित कर ली है।
पर्यटन विभाग की प्रधान सचिव डॉ. सुमिता मिश्रा ने यह जानकारी देते हुए बताया कि आगंतुकों को आधुनिक सुविधाएं मुहैया करवाने के लिए एजेन्सियों को लगाकर नये कदम उठाए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि कार्पोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी (सीएसआर) रिसर्च फाउंडेशन, नई दिल्ली द्वारा सूरजकुण्ड मेला ग्राउंड में चार महिला शौचालय खंडों में सैनेटरी नेपकिन वेंडिंग मशीनें लगाई जा रही हैं।
उन्होंने बताया कि इन मशीनों का संचालन सीएसआरआरएफ की महिला वालंटियर द्वारा किया जाएगा तथा इनका रख-रखाव, वितरण और आपूर्ति सीएसआर रिसर्च फाउंडेशन द्वारा की जाएगी। खास तौर पर, आगंतुकों के लिए इनका वितरण निःशुल्क होगा और कम्पनियों के ब्रांड प्रमोशन की अनुमति नहीं होगी। उन्होंने बताया कि मेला परिवेश को साफ-सुथरा रखने के लिए सूरजकुण्ड अन्तर्राष्ट्रीय शिल्प मेले में ‘स्वच्छ भारत-स्वच्छ हरियाणा’ अभियान को भी पूर्णतः ध्यान में रखा जाएगा। मेले में जनसुविधाएं स्थल पर ही होंगी।
इस बार पांच मोबाइल टायलेट वैन स्थापित की गई हैं और ई-टायलेट समेत एक दर्जन से भी अधिक शौचालय हैं। सफाई व्यवस्था बनाए रखने के लिए पूरा समय सफाई कर्मचारी मेला परिसर में मौजूद रहेंगे। डॉ. मिश्रा ने बताया कि आगंतुकों की सुविधा के लिए मेला परिसर में दो वाटर एटीएम स्थापित किये गए हैं जिनसे मिनरल वाटर मिलेगा। उन्होंने बताया कि मेले में आने वाले प्रत्येक आगंतुक के इन पलों को यादगार बनाने के उद्देश्य से सूरजकुण्ड मेला प्राधिकरण और हरियाणा पर्यटन द्वारा गंभीर प्रयास किये जा रहे हैं।