10 लाभार्थियों को पेंशन कार्ड तथा 05 लाभार्थियों को एन0यू0एल0एम0 के कार्ड

10  लाभार्थियों  को  पेंशन  कार्ड तथा  05  लाभार्थियों  को  एन0यू0एल0एम0  के  कार्ड

लखनऊ :———उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनपद गोरखपुर में प्रधानमंत्री श्रमयोगी मानधन योजना के अन्तर्गत 10 लाभार्थियों को पेंशन कार्ड तथा 05 लाभार्थियों को एन0यू0एल0एम0 के कार्ड वितरित किये। इस अवसर पर उन्होंने गुजरात के वस्त्र ताल से प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा प्रधानमंत्री श्रमयोगी मानधन योजना के शुभारम्भ का सीधा प्रसारण भी देखा। उन्हांेने कहा कि यह योजना असंगठित कामगारों की वृद्धावस्था की सुरक्षा व सामाजिक सुरक्षा के लिए है। इस योजना के तहत असंगठित क्षेत्र से जुड़े कामगारों को लाभ मिलेगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने समाज के प्रत्येक तबकेे के लिए 100 से अधिक योजनाएं संचालित की हैं। इन योजनाओं का उद्देश्य समाज के हर वर्ग के गरीब व्यक्ति के जीवन में खुशहाली लाना और उसके जीवन स्तर को ऊपर उठाना है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक लाभार्थी को योजनाओं का लाभ सीधे उनके खाते में भेजा जा रहा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि देश के अन्दर गरीब महिलाओं के आंसुआंे
को पोछने के लिए प्रधानमंत्री जी ने उज्ज्वला योजना के तहत 6.5 करोड़ परिवारांे को निःशुल्क गैस कनेक्शन उपलब्ध कराया है। इसी प्रकार प्रधानमंत्री आवास योजना चलायी जा रही है, जिसका लक्ष्य है कि 2022 तक हर गरीब परिवार का अपना आवास हो।

मुख्यमंत्री ने केन्द्र एवं प्रदेश सरकार द्वारा चलायी जा रही योजनाओं के बारे में बताते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश में बड़ी संख्या में असंगठित कामगार हैं, जिनकी संख्या लगभग 05 करोड़ है। यही असंगठित कामगार प्रधानमंत्री श्रमयोगी मान धन योजना के तहत सीधे लाभान्वित होंगे।

उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा श्रम विभाग में रजिस्टर्ड श्रमिकों के बच्चों को निःशुल्क एवं अच्छी शिक्षा दिलाने के उद्देश्य से प्रत्येक कमिश्नरी में एक-एक आवासीय विद्यालय की व्यवस्था की गयी है, जहां श्रमिकों के बच्चों को अच्छी एवं निःशुल्क शिक्षा प्रदान की जायेगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्रमयोगी मान धन योजना मंे असंगठित कामगार निकटतम काॅमन सर्विस सेन्टर पर पहुंच कर आधार कार्ड एवं बचत खाते का प्रमाण प्रस्तुत कर नामांकित हो सकते हैं। पहले महीने में लाभार्थी को उसका योगदान नगद करना होगा। बाद में उसकी सहमति से उसके खाते से आटों डेबिट होगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि असंगठित कामगारों की रोजगार की कठिनाइयों
एवं अनिश्चित प्रकृति को ध्यान में रखते हुए योजना के निकास के प्राविधानों को सरल एवं सुविधाजनक रखा गया है। यदि किसी लाभार्थी ने नियमित योगदान किया है और किसी कारण से उसकी मृत्यु हो जाती है तो उसका जीवनसाथी इस योजना को जारी रखने का हकदार होगा।

इस योजना में 18 से 40 वर्ष आयु वर्ग के असंगठित कामगार शामिल होंगे, जो 60 वर्ष की आयु तक 55 से लेकर 200 रुपए तक का योगदान करेंगे और 60 वर्ष की आयु होने पर पेंशन धारक के खाते में सीधे 3,000 रुपए की निश्चित मासिक पेंशन पहुंचेगी।

इस अवसर पर विधायकगण श्री राधामोहन दास अग्रवाल, श्री शीतल पाण्डेय तथा श्री संत प्रसाद, महापौर श्री सीताराम जायसवाल, अपर मुख्य सचिव सूचना श्री अवनीश कुमार अवस्थी, आयुक्त श्री अमित गुप्ता एवं शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

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