- March 20, 2019
10 के सिक्के नहीं लेने पर एफआईआर—-आरबीआई के टोल फ्री नंबर 144040
बिजली बिल जमा करने के दाैरान सिक्के नहीं लेने का मामला, व्यापारी सिक्कों की पोटली लेकर पहुंचा थाने
होशंगाबाद——बिजली कंपनी के एक जूनियर इंजीनियर द्वारा बिल वसूली के दौरान 10 के सिक्के लेने से इंकार करने का मामला सामने आया।
सरकारी अधिकारी के इस रवैये के नाराज बिल जमा करने को तैयार पीड़ित युवक सिक्कों से भरी पोटली लेकर थाने पहुंच गया। फेफरताल पिंक एवेन्यू कॉलोनी के सामने अजय सिंह चौहान किराए पर आइसक्रीम, कोल्ड ड्रिंक्स दुकान चलाते हैं।
अजय के मुताबिक बिजली बिल 5,719 रुपए आया। सोमवार को जूनियर इंजीनियर अजय कुमार उइके और लाइन स्टाफ बिल वसूलने पहुंचे। संचालक अजय सिंह चौहान ने बिजली बिल की राशि 3500 रुपए के नोट और करीब 2500 के 10 और 5 रुपए के सिक्के दिए। लेकिन जेई अजय उइके ने सिक्के लेने से इंकार कर दिया और कनेक्शन काट दिया गया।
अजय चौहान ने बताया बिजली कनेक्शन कटने से दुकान में रखा सामान सहित आईसक्रीम खराब हो गई करीब 3 हजार रुपए का नुकसान हुआ है।
देहात थाना टीआई दिनेश कुमार चौहान ने बताया बिजली बिल जमा करने के दौरान सिक्के नहीं लेने का मामला सामने आया है।
बिजली बिल दुकान मालिक दुलारी बाई के नाम पर था।
अजय सिंह चौहान ने किराए से दुकान ले रखी हैं। दुलारी बाई का दो महीने पहले निधन हो गया है। दो महीने से बिल जमा नहीं हुआ था। सोमवार को जेई अजय उइके वसूली करने पहुंचे थे।
बिल की वसूली दुकान मालिक से होनी चाहिए थी, लेकिन वे दुकानदार के पास पहुंच गए।
दुकान संचालक से बिल की राशि में सिक्के दिए तो सिक्के नहीं लेने पर स्थिति बिगड़ गई। 5 हजार का बिजली बिल था। पहले उन्होंने जमा करने से मना कर दिया। बाद में 10 रुपए के सिक्के देने लगे। हम तो बिल वसूली का काम ही कर रहे थे। फिर दुकानदार ने इंकार कर दिया। अजय कुमार उइके, जेई
दो महीने का था बिल
जेई को बिल वसूलने के अधिकार नहीं होते, कंपनी ने बिल वसूली के लिए एमआर कट्टे की व्यवस्था की है। इससे स्पॉट पर बिजली बिल की वसूली की जाती है। वह लाइन स्टॉफ को दिए गए हैं।
हाकम सिंह बाथम, एई, जोन-1