1 लाख 10 हजार करोड़ रुपये से अधिक की लागत की 5,972 किमी0 की 80 सड़क परियोजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास

1  लाख  10  हजार  करोड़  रुपये  से  अधिक की   लागत   की   5,972   किमी0   की   80   सड़क   परियोजनाओं   का   लोकार्पण   एवं शिलान्यास

लखनऊ :— उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता एवं केन्द्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग, पोत परिवहन, जल संसाधन, नदी विकास और गंगा संरक्षण मंत्री श्री नितिन गडकरी की उपस्थिति में केन्द्रीय गृह मंत्री श्री राजनाथ सिंह ने 1 लाख 10 हजार करोड़ रुपये से अधिक की लागत की 5,972 किमी0 की 80 सड़क परियोजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया। उन्होंने नमामि गंगे कार्यक्रम के अन्तर्गत 14 नगरों की 05 प्रमुख नदियों हेतु 1969.5 करोड़ रुपये की लागत की प्रदूषण नियंत्रण परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास भी किया।

इस अवसर पर प्रदेश के कुल 3,453 किलोमीटर लम्बाई के 2,324 मार्गाें की सामान्य व विशेष मरम्मत कार्यों की आधारशिला भी रखी गई है। यह कार्य 440 करोड़ रुपए की लागत से कराया जाएगा। इसके अलावा, नाबार्ड योजना के अन्तर्गत 277 करोड़ रुपए की कुल लागत से बनने वाले 52 सेतुओं का शिलान्यास भी किया गया है। इनमें 12 दीर्घ सेतु एवं 40 लघु सेतु शामिल हैं।

मुख्यमंत्री जी ने प्रदेश में बुनियादी ढ़ंाचे के विकास की परियोजनाओं
को प्राथमिकता दिये जाने के लिए केन्द्रीय गृह मंत्री और केन्द्रीय सड़क परिवहन मंत्री के प्रति आभार व्यक्त करते हुये कहा कि विगत 23 महीनों में केन्द्र सरकार के सहयोग से राज्य की सड़कों में आमूलचूल परिर्वतन आया है। देश और प्रदेश में बन रहे राजमार्ग भारत को एक समृद्ध राष्ट्र के रूप में स्थापित करेंगे।

उन्होंने कहा कि नमामि गंगे परियोजना के कारण आजादी के बाद पहली बार प्रयागराज कुम्भ-2019 में संगम तट पर प्रचुर मात्रा में जल की उपलब्धता, अविरलता और निर्मलता देखने को मिली। दुनिया से जो भी श्रद्धालु प्रयागराज कुम्भ-2019 में आये, वह संगम मंे स्नान से खुद को रोक नहीं पाये। वर्ष 2013 के कुम्भ में 12 करोड़ श्रद्धालुओं ने स्नान किया था। इस बार 24 करोड़ श्रद्धालुओं ने कुम्भ में स्नान किया।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रयागराज कुम्भ-2019 के सफल आयोजन मंे प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन में नमामि गंगे परियोजना की महत्वपूर्ण भूमिका रही। राज्य सरकार ने भी गंगा जी की अविरलता और निर्मलता के लिए उपलब्ध आधुनिक तकनीकों को अपनाया। उन्होंने गंगा जी और सहायक नदियों को प्रदूषण मुक्त करने के लिए प्रदेश के विभिन्न जनपदों में नमामि गंगे परियोजना के तहत शुरू की गई परियोजनाओं के लिए केन्द्रीय नदी विकास एवं संरक्षण मंत्री श्री नितिन गडकरी के प्रति आभार भी व्यक्त किया।

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