- November 1, 2018
हरियाणा दिवस ——अधिकारियों को स्मार्ट वर्किंग करनी है—उपायुक्त सोनल गोयल
47 ग्राम सचिवालयों में आईटी सेवाओं के लिए अटल सेवा केंद्र स्थापित
*****************************************************
झज्जर ——— उपायुक्त सोनल गोयल ने कहा कि सूचना प्रोद्योगिकी को अब नया विस्तार मिला है और इस विस्तार के साथ ही प्रशासनिक कार्यक्षमता में बढ़ोतरी हुई है। ऐसे में स्मार्ट टैक्नोलॉजी के साथ-साथ प्रशासनिक जिम्मेदारी का अहसास करते हुए अब अधिकारियों को स्मार्ट वर्किंग करनी है। उपायुक्त सोनल गोयल हरियाणा दिवस के उपलक्ष्य में डिजिटल हरियाणा : प्रशासनिक जिम्मेदारी विषय पर आयोजित संगोष्ठी में बतौर मुख्य वक्ता बोल रही थी।
उपायुक्त सोनल गोयल ने उपस्थित अधिकारियों को हरियाणा दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि डिजिटल हरियाणा की बात करें तो हरियाणा में सरकारी सेवाओं व योजनाओं का आईटी के इस्तेमाल से प्रभावी क्रियांवयन हुआ है।
पीडीएस की बात करें तो अब राशन डिपो पर आधार आधारित सिस्टम से पारदर्शी तरीके से राशन वितरण का कार्य सुचारू रूप से हो रहा है। ई-तहसील के माध्यम से तहसीलों में काम करने के तरीके बदले हैं। ई-स्टैंप प्रणाली को जिला में लागू किया जा चुका है। जिला के 47 ग्राम सचिवालयों में आईटी सेवाओं के लिए अटल सेवा केंद्र स्थापित हो चुके हैं।
उन्होंने बताया कि झज्जर जिला डिजिटल हरियाणा के सपने को साकार कर रहा है और यही कारण है कि झज्जर, बहादुरगढ़ व बेरी में लघु सचिवालय परिसरों में सरल व अंत्योदय सरल केंद्र शुरू हो चुके हैं जिसके तहत आमजन को सरकार की 493 सेवाएं व योजनाओं का लाभ ऑनलाइन दिया जा रहा है।
अब लघु सचिवालय में अपने काम के सिलसिले में आने वाले लोगों को उनके आवेदन का स्टेट्स एसएमएस अलर्ट के माध्यम से मिलता है। सरल डैश बोर्ड के माध्यम से विभागीय कार्यक्षमता व अधिकारी की कार्यप्रणाली के आधार पर रैंकिंग भी मिलती है। जिला में 160 अटल सेवा केंद्रों के माध्यम से भी लोगों को घर बैठे सरकार की योजनाओं व सुविधाओं का लाभ मिल रहा है।
उपायुक्त ने कहा कि प्रशासनिक कार्यप्रणाली में सुधार व लोगों की समस्याओं की मॉनीटरिंग के लिए सीएम विंडो व एसएमजीटी भी बेहद प्रभावी साबित हुई है। वहीं सोशल मीडिया के जरिए भी लोग प्रभावी ढंग से अपनी बात वेबपोर्टल पर रख रहे हैं। पेंशन सेवाओं को भी ऑनलाइन करने तथा सरकारी कार्यालय में आधार आधारित बायोमीट्रिक एटेंडेंस सिस्टम से कार्यक्षमता बढ़ी है। ऐसे में अधिकारियों की जवाबदेही पहले की अपेक्षा बढ़ी है।
जिला प्रशासन भी सोशल मीडिया विशेषकर फेसबुक, ट्वीटर व इंस्टाग्राम के माध्यम से अधिक से अधिक लोगों तक देश व दुनिया में अपनी बात पहुंचा रहा है। उन्होंने कहा कि डिजिटल हरियाणा : प्रशासनिक जिम्मेदारी संगोष्ठी के आयोजन का उद्देश्य भी प्रशासनिक अधिकारियों को बदलते दौर में ई-सेवाओं के प्रति संवेदनशील होने के प्रति जागरुक करना है।
आईटी के मामले में जहां हरियाणा एक बड़ा सॉफ्टवेयर निर्यातक राज्य है, आईटी सेवा के बढ़ते इस्तेमाल से हरियाणा को देश भर में लगातार सराहना मिली है। उन्होंने अधिकारियों को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि ऑनलाइन पोर्टल पर आपकी रैकिंग आपके प्रदर्शन व काबिलियत का रिजल्ट होगी। जब पूरा सिस्टम ऑनलाइन है तो किसी प्रकार की छेड़छाड़ भी इसमें संभव नहीं है।
संगोष्ठी में जिला सूचना एवं जनसंपर्क अधिकारी नीरज कुमार ने मुख्य वक्ता उपायुक्त सोनल गोयल सहित अन्य प्रशासनिक अधिकारियों का संगोष्ठी में पहुंचने पर स्वागत किया।
उन्होंने कहा कि झज्जर जिला विकासात्मक गतिविधियों में तेजी से आगे बढ़ रहा है, ऐसे में डिजिटल प्रणाली विकासोन्मुखी योजनाओं को प्रभावी ढंग से लागू करने मेंं सहयोगी हैं। संगोष्ठी में जिला सूचना एवं प्रोद्योगिकी अधिकारी अमित बंसल ने भी विभागीय कार्यशैली के बारे में विस्तार से जानकारी दी।