- July 19, 2017
‘हमारी शाला कैसी हों” कार्यक्रम’
भोपाल (मुकेश मोदी)—–प्रदेश की सरकारी शालाओं में विद्यार्थियों को गुणवत्तायुक्त शिक्षा प्रदान करने के मकसद से स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा शालाओं में ‘हमारी शाला कैसी हों और ‘शाला सिद्धि कार्यक्रम’ चलाये जा रहे है। राज्य शिक्षा केन्द्र ने इस कार्यक्रम में श्रेष्ठ कार्य को प्रोत्साहित करने के लिये इस वर्ष से शाला सिद्धि प्रोत्साहन योजना शुरू की है। अभी तक प्रदेश की 25 हजार शालाओं में शाला सिद्धि प्रोत्साहन योजना लागू कर दी गई है।
पुरस्कार प्रक्रिया के लिये समय सारणी तय की गई है। सारणी के अनुसार 22 जुलाई तक जिला कोर समिति द्वारा विकास खंड स्तर की चयन समिति का गठन किया जायेगा। शाला सिद्धि कार्यक्रम के लिये चयनित शालाओं द्वारा 28 जुलाई तक संकुल प्राचार्य को आवेदन दिये जायेगे।
संकुल प्राचार्य द्वारा प्राप्त आवेदन विकासखंड कार्यालय को प्रेषित किये जायेंगे। विकासखंड चयन समिति तीन प्राथमिक और तीन माध्यमिक शालाओं के आवेदन पुरस्कार के लिये जिले की डाइट को भेजेंगे। विकासखंड स्तर पर चयनित शालाओं को जिला मुख्यालय पर 15 अगस्त को आयोजित किये जाने वाले स्वतंत्रता दिवस समारोह में पुरस्कार दिये जायेंगे।
जिला स्तरीय कोर कमेटी तीन प्राथमिक और तीन माध्यमिक शालाओं का चयन करेंगे। इन्हें 5 सितम्बर को शिक्षक दिवस पर पुरस्कृत किया जायेगा। शाला सिद्धि प्रोत्साहन पुरस्कार योजना सरकारी शालाओं में कार्यरत शिक्षकों के कार्यों को मान्यता दिलाकर उनके मनोबल को बढ़ाने में मददगार साबित होगी।
मानव संसाधन विकास मंत्रालय के अन्तर्गत राष्ट्रीय शैक्षिक योजना एवं प्रशासन विश्वविद्यालय नई दिल्ली द्वारा सरकारी शालाओं के मूल्यांकन एवं सुधार के लिये फ्रेमवर्क शाला सिद्धि तैयार किया गया है।