स्व0 माधव प्रसाद त्रिपाठी मेडिकल काॅलेज का शिलान्यास

स्व0 माधव  प्रसाद  त्रिपाठी मेडिकल  काॅलेज  का  शिलान्यास

लखनऊ : ———उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनपद सिद्धार्थनगर में राजकीय मेडिकल काॅलेज का शिलान्यास सहित अन्य विकास योजनाओं के शिलान्यास व लोकार्पण किया। उन्होंने राजकीय मेडिकल काॅलेज का नाम स्व0 माधव प्रसाद त्रिपाठी के नाम पर रखे जाने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि यहां पर श्री त्रिपाठी की प्रतिमा भी स्थापित की जाएगी। इस अवसर पर उन्होंने जनपद सिद्धार्थनगर में विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों को लाभान्वित किया।

मुख्यमंत्री ने आयोजित जनसभा को सम्बोधित करते हुए कहा कि जनपद में राजकीय मेडिकल काॅलेज की स्थापना से सिद्धार्थनगर सहित आस-पास के जनपद के लोगों और पड़ोसी राष्ट्र नेपाल से आने वाले मरीजों को इलाज की सुविधा उपलब्ध होगी। इससे गरीबों को विशेष सुविधा मिलेगी। साथ ही, मेडिकल काॅलेज के बनने से चिकित्सा शिक्षा की सुविधा भी मिलेगी। उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा भारत और नेपाल के सम्बन्धों में अत्यधिक निकटता लाने का कार्य केन्द्र सरकार से मिलकर किया जा रहा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि विकास योजनाओं से समाज के प्रत्येक तबके के जीवन में खुशहाली आएगी। आमजन को सुविधाएं मुहैया कराने के उद्देश्य से सड़क, पुल, स्कूल, अस्पताल आदि बनाए जा रहे हैं। रामराज को साकार किया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि आज एक साथ अनेक विकास योजनाएं इस जनपद को प्राप्त हो रही हैं। इसमें से कुछ का लोकार्पण और कुछ का शिलान्यास किया जा रहा है। यह योजनाएं लोगों के जीवन स्तर को आगे बढ़ाकर वर्तमान और आने वाली पीढ़ी को लाभान्वित करेंगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि सिद्धार्थनगर की जनता तथा जनप्रतिनिधियों का आग्रह था कि इस जनपद में भी एक मेडिकल काॅलेज स्थापित किया जाए, ताकि लोगों को स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए इधर-उधर न भटकना पड़े। इसी क्रम में आज इस मेडिकल काॅलेज का शिलान्यास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस मेडिकल काॅलेज का निर्माण 15 जनवरी, 2019 से प्रारम्भ होगा और 2021 में प्रवेश प्रारम्भ होने के साथ ही सिद्धार्थनगर के गरीबों, दलितों, वंचितों तथा समाज के प्रत्येक तबके के प्रतिभावान नौजवानों को चिकित्सा शिक्षा प्राप्त करने का अवसर अपने जनपद में ही मिलने लगेगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि इस मेडिकल काॅलेज की स्थापना से एक गरीब का बच्चा भी अब डाॅक्टर बनकर समाज की सेवा कर सकेगा। सरकार गरीबों के बच्चों को उच्च शिक्षा उपलब्ध कराकर उन्हें डाॅक्टर, इंजीनियर बनने के अवसर उपलब्ध करा रही है।

सरकार ने ऐसा माहौल तैयार किया है, कि अब एक गरीब बच्चा भी उच्च प्रशासनिक पदों पर पहुंचकर समाज और राष्ट्र की सेवा कर सकता है। राज्य सरकार द्वारा यहां पर इस मेडिकल काॅलेज की स्थापना इस क्षेत्र के लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने के दृष्टिगत की गई है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि सिद्धार्थनगर में स्थापित किए जा रहे इस मेडिकल काॅलेज से योग्य चिकित्सक तो मिलेंगे ही, साथ ही बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं भी इस क्षेत्र के लोगों को मिल सकेंगी। उन्होंने कहा कि यह अत्यन्त प्रसन्नता की बात है, क्योंकि इस क्षेत्र के बच्चे गोरखपुर के बी0आर0डी0 मेडिकल काॅलेज में इन्सेफेलाइटिस, डेंगू और तमाम जल-जनित और विषाणुजनित बीमारियों से ग्रस्त होकर इलाज के लिए आते थे। इसी कारण उनके कष्ट को देखते हुए राज्य सरकार ने सिद्धार्थनगर में यह मेडिकल काॅलेज स्थापित करने का निर्णय लिया है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि पहली बार पूरे देश में गरीबों की ऊर्जा को पहचानने का कार्य किया जा रहा है। वर्तमान केन्द्र व प्रदेश सरकारें गरीबों को सभी सुविधाएं उपलब्ध करा रही हैं। आज समाज के हर तबके को स्वास्थ्य सुविधाओं तथा विकास योजनाओं इत्यादि का लाभ मिल रहा है। उन्होंने कहा कि गरीबों को बड़े पैमाने पर निःशुल्क गैस कनेक्शन केन्द्र सरकार द्वारा उपलब्ध कराए गए हैं। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के प्रयासों से 32 करोड़ लोगों के जनधन खाते खोले गए हैं। पिछले साढ़े चार वर्षों के अंदर पूरे देश में 02 करोड़ परिवारों को प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत आवास उपलब्ध कराए गए हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि समाज के बेहतर स्वास्थ्य के लिए शौचालय आवश्यक है। इसके दृष्टिगत स्वच्छ भारत मिशन (एस0बी0एम0) के तहत देश में 12 करोड़ गरीब परिवारों को शौचालय उपलब्ध कराए गए हैं। इनमें से 2.5 करोड़ शौचालय अकेले उत्तर प्रदेश ने बनाए हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत अब तक 18 लाख आवास भी उत्तर प्रदेश में बन चुके हैं। प्रदेश में गरीबों को बड़े पैमाने पर निःशुल्क विद्युत कनेक्शन दिए गए हैं। यह सभी योजनाएं गरीबों के कल्याण से जुड़ी हुई हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आज पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी का जन्म दिवस है, जिसे सुशासन दिवस के रूप में पूरे प्रदेश में मनाया जा रहा है। उनके जन्मदिन पर अनेक कार्यक्रमों की योजना बनाई गई है।

उन्होंने जिला प्रशासन को जनपद के सभी विकास खण्डों में अलग से एक कार्यक्रम आयोजित कर गरीबों और वंचितों को विधवा पेंशन, वृद्धावस्था पेंशन, राशन कार्ड की व्यवस्था, दिव्यांगजन पेंशन और आयुष्मान भारत से लाभान्वित करने की व्यवस्था करने के निर्देश दिए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि जनपद में कराए गए अनेक विकास कार्यक्रमों का लोकार्पण भी हुआ है। जनपद के विकास के लिए सड़कें बन रही हैं, शिक्षण संस्थान स्थापित किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि जनपद में स्थापित सिद्धार्थ विश्वविद्यालय विद्यार्थियों को ऐसी शिक्षा उपलब्ध कराए कि यह विश्व प्रसिद्ध हो सके। राज्य सरकार इसकी कार्य योजना बना रही है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि सिद्धार्थनगर में सुगम यातायात सुनिश्चित करने के लिए यहां की सड़कों का चैड़ीकरण तथा सुदृढ़ीकरण सुनिश्चित किया जाएगा। साथ ही, इसे विभिन्न जनपदों से जोड़ा जाएगा, ताकि लोग आसानी से एक स्थान से दूसरे स्थान तक पहुंच सकें।

इस अवसर पर चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री आशुतोष टण्डन, खेल मंत्री श्री चेतन चैहान, अन्य जनप्रतिनिधिगण सहित शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

Related post

साड़ी: भारतीयता और परंपरा का विश्व प्रिय पोशाक 

साड़ी: भारतीयता और परंपरा का विश्व प्रिय पोशाक 

21 दिसंबर विश्व साड़ी दिवस सुरेश सिंह बैस “शाश्वत”- आज से करीब  पांच वर्ष पूर्व महाभारत काल में हस्तिनापुर…
पुस्तक समीक्षा :कमोवेश सभी कहानियां गोरखपुर की माटी की खुशबू में तर-बतर है

पुस्तक समीक्षा :कमोवेश सभी कहानियां गोरखपुर की माटी की खुशबू में तर-बतर है

उमेश कुमार सिंह——— गुरु गोरखनाथ जैसे महायोगी और महाकवि के नगर गोरखपुर के किस्से बहुत हैं। गुरु…
पुस्तक समीक्षा : जवानी जिन में गुजरी है,  वो गलियां याद आती हैं

पुस्तक समीक्षा : जवानी जिन में गुजरी है,  वो गलियां याद आती हैं

उमेश कुमार सिंह :  गुरुगोरखनाथ जैसे महायोगी और महाकवि के नगर गोरखपुर के किस्से बहुत हैं।…

Leave a Reply