स्वीप अधिकारियों की अगले पांच वर्ष की रूप रेखा तैयार करने के लिए बैठक

स्वीप अधिकारियों की अगले पांच वर्ष की रूप रेखा तैयार करने के लिए बैठक

दिल्ली——– निर्वाचन आयोग ने 10-11 जून 2019 को गुरुग्राम के केंद्रीय अधिकारियों का दो दिवसीय सम्मेलन आयोजित किया। इसका आयोजन लोकसभा चुनाव 2019 के दौरान कार्यक्रमों की रणनीति और उनके कार्यान्वयन की समीक्षा करने तथा अगले पांच वर्षों के लिए रूपरेखा तैयार करने के लिए किया गया।

मतदाताओं के बड़ी संख्या में मतदान में भाग लेने, भागीदारी में अब तक का सबसे कम लिंग अंतर और चुनाव को सुगम्य बनाने के सुनियोजित प्रयासों के लिए 36 राज्यों / संघ शासित प्रदेशों के लिए एसवीईईपी केंद्रीय अधिकारियों को बधाई देते हुए निर्वाचन आयुक्त श्री अशोक लवासा ने अधिकारियों से कहा कि वे इस बारे में सच्ची भावना से आत्म निरीक्षण करें कि और क्या किया जा सकता था। उन्होंने सभी से कहा कि वे चिंता वाले क्षेत्रों की बारीकी से पहचान करें। जिन इलाकों में कम मतदान हुआ है वहां स्वयं दौरा करें ताकि लोगों की कम भागीदारी के कारण समझे जा सकें। 18-19 वर्ष के नए पात्र मतदाताओं के पंजीकरण में अंतराल और पंजीकृत 32 प्रतिशत लोगों के बीच भागीदारी के अंतर की चर्चा करते हुए श्री लवासा ने कहा कि निर्वाचन आयोग को वृद्धि संबंधी प्रगति से भी आगे बढ़कर देखना होगा और लीपफ्रोगिंग के बारे में सोचना होगा जिसके लिए चुनाव प्रबंधन के लिए अनेक पहलुओं में ठोस बदलावों की आवश्यकता है। श्री लवासा ने अधिकारियों से कहा कि वे नए विचारों की जानने के लिए चुनाव मशीनरी के बाहर लोगों तक पहुंचे ताकि उनके विचारों को शामिल किया जा सके।

http://164.100.117.97/WriteReadData/userfiles/image/image002YVPU.jpgइससे पूर्व वरिष्ठ उप निर्वाचन आयुक्त श्री उमेश सिन्हा ने निर्वाचन अधिकारियों द्वारा निचले स्तर पर किये गए नव परिवर्तनों की सराहना की। उन्होंने कहा कि अधिकारियों को दक्षता हासिल करने का प्रयास करना चाहिए ताकि किसी मतदाता को पंजीकृत करने और पंजीकृत मतदाता का मतदान करने में कम से कम समय लगे जिससे नागरिकों के लिए समूची प्रक्रिया सरल और सुविधाजनक बन सके। श्री सिन्‍हा ने यह भी कहा कि मात्रा के साथ चुनाव सम्‍बन्‍धी भागीदारी की गुणवत्‍ता में सुधार पर भी ध्‍यान दिया जाना चाहिए।

देश भर के केन्‍द्रीय स्‍वीप अधिकारियों ने एक दूसरे के अनुभव, सामने आने वाली चुनौतियों तथा बेहतर कार्य प्रणाली के साथ-साथ पहले दिन की जानकारियों को बांटा। सम्मेलन के दूसरे दिन अधिकारियों ने समालोचना सम्‍बन्‍धी फासलों, सुगम्य चुनाव, युवा और लिंग, चुनाव सम्‍बन्‍धी साक्षरता क्लब, साझेदारी और स्वेच्छा से कार्य तथा सोशल मीडिया के इस्तेमाल के बारे में चर्चा की और स्‍वीप के अगले चरण के लिए रणनीति तैयार की। इस दौरान सोशल मीडिया के बारे में एक विशेष सत्र आयोजित किया गया जिसमें ट्वीटर और इंस्टाग्राम पर मतदाताओं से प्रभावी तरीके से कैसे जुड़ा जाए इस बारे में विचार किया गया।

सम्मेलन के दौरान प्रस्तुत रूपरेखा में वर्ष 2020-24 के स्वीप कार्यक्रम के चौथे चरण के बारे में विस्तृत चर्चा की गई।

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