• November 27, 2021

स्वास्थ्य विभाग की RDD डॉ. निहारिका सरण अधिकारी के साथ 108 लोगों में कोरोना के नए वैरिएंट–तलाश जारी

स्वास्थ्य विभाग की RDD डॉ. निहारिका सरण  अधिकारी के साथ 108 लोगों में कोरोना के नए वैरिएंट–तलाश जारी

पटना —- बिहार में स्वास्थ्य विभाग की एक बड़ी अधिकारी के साथ 108 लोगों में कोरोना के नए वैरिएंट का खतरा है। ये लोग हाल ही में ऐसे देशों की यात्रा से बिहार लौटे हैं, जहां कोरोना का नया वैरिएंट पाया गया है। कोरोना के नए वैरिएंट के खुलासे के साथ ही 108 लोगों की तलाश तेज कर दी गई है।

सेंट्रल की सूची में शामिल अफसर की मनमानी

सेंट्रल ने प्रदेश को जो सूची भेजी है, उसमें स्वास्थ्य विभाग की RDD डॉ. निहारिका सरण भी शामिल हैं। डॉ. निहारिका शरण पटना प्रमंडल स्वास्थ्य सेवाएं, मलेरिया कार्यालय में क्षेत्रीय अपर निदेशक के पद पर तैनात हैं। सूची में डॉ निहारिका का पासपोर्ट नंबर 59562425 दर्ज है। सूची मिलते ही स्वास्थ्य विभाग की टीम डॉ. निहारिका के घर पहुंची, लेकिन उन्होंने विदेश यात्रा से इनकार करते हुए जांच कराने से मना कर दिया है।

पटना में सबसे ज्यादा 32 लोग विदेशों से लौटे
बिहार की राजधानी पटना में 32 लोग विदेश से सैर करके आए हैं। मधुबनी में 7, सारण में 7, गोपालगंज में 16, पूर्णिया में एक, रोहतास में 3, अररिया में 1, बेगूसराय में 4, भागलपुर में 2, भोजपुर में 3, बक्सर में एक, पूर्वी चंपारण में 5, दरभंगा में 4 जबकि सीवान में 17 लोग आए हैं।

राज्य स्वास्थ्य समिति ने इन सभी को ट्रेस करने और उनका सैंपल कलेक्शन कर RTPCR जांच कराने का आदेश दिया है। इसको लेकर डीजीपी से लेकर मुख्य सचिव तक को पत्र लिखा गया है।

स्वास्थ्य विभाग से जुड़े सूत्रों की माने तो बिहार में विदेश यात्रा से वापस आए लोग जांच कराने से मना कर रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग की टीम उनके घर पहुंच रही है और सेंट्रल से आई सूची का हवाला देकर जांच की बात कर रही है। लेकिन संदिग्ध लोग जांच नहीं करा रहे हैं। ऐसे में संक्रमण के इस दौर में जब कई देशों में कोरोना का नया वैरिएंट सरकार की नींद उड़ाए है, इसमें विदेश से लौटे लोगों की मनमानी भारी पड़ सकती है।

Related post

पुस्तक समीक्षा : जवानी जिन में गुजरी है,  वो गलियां याद आती हैं

पुस्तक समीक्षा : जवानी जिन में गुजरी है,  वो गलियां याद आती हैं

उमेश कुमार सिंह :  गुरुगोरखनाथ जैसे महायोगी और महाकवि के नगर गोरखपुर के किस्से बहुत हैं।…
जलवायु परिवर्तन: IPBES का ‘नेक्सस असेसमेंट’: भारत के लिए एक सबक

जलवायु परिवर्तन: IPBES का ‘नेक्सस असेसमेंट’: भारत के लिए एक सबक

लखनउ (निशांत सक्सेना) : वर्तमान में दुनिया जिन संकटों का सामना कर रही है—जैसे जैव विविधता का…
मायोट में तीन-चौथाई से अधिक लोग फ्रांसीसी गरीबी रेखा से नीचे

मायोट में तीन-चौथाई से अधिक लोग फ्रांसीसी गरीबी रेखा से नीचे

पेरिस/मोरोनी, (रायटर) – एक वरिष्ठ स्थानीय फ्रांसीसी अधिकारी ने  कहा फ्रांसीसी हिंद महासागर के द्वीपसमूह मायोट…

Leave a Reply