• February 13, 2015

स्वाइन फ्लू: राजस्थान में महामारी घोषित

स्वाइन फ्लू: राजस्थान में महामारी घोषित

स्वाइन फ्लू के बढ़ते संक्रमण और मामले की गंभीरता को देखते हुए राजस्थान सरकार ने इसे महामारी घोषित कर दिया है। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक स्वाइन फ्लू से इस साल फरवरी में ही अब तक 200 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है, वहीं 2500 से ज्यादा लोग इसके संक्रमण से पीडि़त हैं। राजस्थान में इसका संक्रमण तेजी से फैलने से राज्य में पर्यटन पर असर पडऩे की आशंका है। दरअसल यह समय घरेलू और विदेशी सैलानियों के मुफीद माना जाता है। स्वाइन फ्लू से सर्वाधिक प्रभावित राज्यों में आंध्र प्रदेश और तेलंगाना भी शामिल है। आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में करीब 50 लोगों की मौत हो चुकी है, वहीं राजस्थान में मरने की संख्या 100 तक पहुंच चुकी है। मरने वालों में एक स्वीडन का पर्यटक भी शामिल है।
swain flooराजस्थान में स्वाइन फ्लू के गठित कार्यबल के प्रमुख अशोक पानगडिय़ा ने कहा, ‘यह 2009 की विफलता का ही प्रभाव है। लेकिन अब तक जो मौतं हुई हैं, वे मरीजों के देर से अस्पताल पहुंचने के कारण हुई हैं। हम अब शुरुआती दौर में ही उपचार देने पर जोर दे रहे हैं। राज्य में दवाओं की कोई कमी नहीं है।’ स्वाइन फ्लू जैसी बीमारियों को महामारी तब घोषित किया जाता है जब इसके संक्रमण फैलने का खतरा ज्यादा रहता है और काफी कम समय में बड़ी आबादी इससे संक्रमित हो। स्वाइन फ्लू के लिए जिम्मेदार एच1एन1 वायरस ठंड और बारिश के दिनों में जोर पकड़ता है।

सरकार के ताजा आंकड़ों के मुताबिक इस साल 10 फरवरी तक 5100 से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं और स्वास्थ्य मंत्रालय एच1एन1 मरीजों के संपर्क में रहने वाले स्वास्थ्य कर्मियों के टीकाकरण के लिए दिशानिर्देश तैयार किया है। स्वास्थ्य मंत्री और स्वास्थ्य सचिव के बीच हाल ही में दो आपात बैठकें भी हो चुकी हैं जिसमें इस बीमारी के फैलने से रोकने के उपायों पर चर्चा की गई। संयुक्त स्वास्थ्य सचिव बी पी शर्मा ने एक उच्च स्तरीय बैठक कर विभिन्न राज्यों में फ्लू के सामने आए मामलों की समीक्षा की है। इससे पहले स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा था कि जनवरी में 2,038 मामले सामने आए और 191 लोगों की इससे मारे जाने की पुष्टिï हुई है।

स्वास्थ्य मंत्रालय के बयान में कहा गया, ‘1 जनवरी से 10 फरवरी के दौरान एच1एन1 के मामलों की संख्या बढ़कर 5,157 हो गई, वहीं इससे मरने वालों की संख्या बढ़कर 407 हो गई। स्वाइन फ्लू से पीडि़त लोगों में से ज्यादातर दिल्ली, गुजरात, राजस्थान, कर्नाटक, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, तमिलनाडु और तेलंगाना के हैं, वहीं ज्यादातर मौतें राजस्थान, महाराष्टï्र मध्यप्रदेश, गुलरात और तेलंगाना में हुई हैं।’ सरकार के बयान के मुताबिक स्वास्थ्य कर्मियों के टीकाकरण के लिए दिशानिर्देश बनाया जा चुका है और इसे राज्यों के साथ साझा किया जाएगा ताकि सभी स्वास्थ्य संस्थानों को इसे वितरित किया जा सके।

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