- August 20, 2015
स्वतंत्रता दिवस तोहफा : छत्तीसगढ़ के विभिन्न जेलों में बंद 232 बंदी रिहा
राज्य शासन द्वारा स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर दिए गए विशेष परिहार से छत्तीसगढ़ के विभिन्न जेलों में बंद 232 बंदी रिहा हुए हैं। इनमें आजीवन कारावास की सजा काट रहे 191 कैदी भी शामिल है। इस वर्ष 15 अगस्त को स्वीकृत विशेष परिहार से प्रदेश के केन्द्रीय जेलों, जिला जेलों और उप-जेलों में निरूद्ध एक हजार 11 बंदियों को सजा में छूट मिली है। अलग-अलग अवधि के कारावास की सजा पाए इन बंदियों को सात दिन से लेकर चार माह तक की छूट प्राप्त हुई है।
जेल विभाग के अधिकारियों ने आज यहां बताया कि आजीवन कारावास की सजा काट रहे रायपुर केन्द्रीय जेल के 42, बिलासपुर केन्द्रीय जेल के 51, जगदलपुर केन्द्रीय जेल के 47, अंबिकापुर केन्द्रीय जेल के 46 और दुर्ग केन्द्रीय जेल के पांच बंदियों को विशेष परिहार का लाभ देकर रिहा किया गया है। स्वतंत्रता दिवस के मौके पर छोटी अवधि की सजा पाए 41 कैदियों को भी छोड़ा गया है। इनमें रायपुर केन्द्रीय जेल एवं दुर्ग केन्द्रीय जेल के नौ-नौ, बिलासपुर केन्द्रीय जेल और जगदलपुर केन्द्रीय जेल के छह-छह, अंबिकापुर केन्द्रीय जेल के चार, धमतरी एवं बलौदाबाजार उप-जेल तथा रायगढ़ जिला जेल के दो-दो और बेमेतरा उप-जेल का एक बंदी शामिल है।
राज्य शासन के विशेष परिहार से जेलों में बंद एक हजार 11 कैदियों को सजा में छूट मिली है। इनमें 970 पुरूष बंदी और 41 महिला बंदी शामिल हैं। रायपुर केन्द्रीय जेल के 204, महाससुंद उप-जेल के 21, धमतरी उप-जेल के 24, बलौदाबाजार उप-जेल के सात एवं गरियाबंद उप-जेल के तीन कैदियों को विशेष परिहार का लाभ मिला है। बिलासपुर केन्द्रीय जेल के 270, रायगढ़ जिला जेल के 43, कोरबा जिला जेल के दस, जांजगीर उप-जेल के नौ और सक्ती उप-जेल के तीन बंदी शासन के विशेष परिहार से लाभान्वित हुए हैं। इसी तरह से जगदलपुर केन्द्रीय जेल के 68, कांकेर उप-जेल के पांच, अंबिकापुर केन्द्रीय जेल के 165, जशपुर जिला जेल के 16, बैकुंठपुर जिला जेल के छह और रामानुजगंज उप-जेल के चार कैदियों को सजा में छूट दी गई है। दुर्ग केन्द्रीय जेल के 130, राजनांदगांव जिला जेल के नौ, डोंगरगढ़ उप-जेल के एक, संजारी-बालोद उप-जेल के आठ एवं कबीरधाम उप-जेल के तीन बंदियों को शासन द्वारा स्वीकृत विशेष परिहार से सजा में छूट का लाभ दिया गया है।