- March 20, 2017
स्मार्ट शिमला के लिए 2906 करोड़ रुपये प्रस्तावित
(सू०ब्यूरो,शिमला ,हि०प्र०) शिमला शहर को स्मार्ट शिमला में बदलने के लिए 2906 करोड़ रुपये की लागत का प्रस्ताव तैयार किया गया है, ताकि शिमला को शहर के विकास के लिए प्राथमिकताओं के निर्धारण में शामिल एक लाख से अधिक लोगों के सुझावों के आधार पर आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित किया जा सके।
मुख्य सचिव श्री वी.सी. फारका ने आज यहां राज्य स्तरीय हाई पावरड स्टीरिंग कमेटी की अध्यक्षता की और नगर निगम शिमला द्वारा प्रस्तुत प्रस्ताव को सहमति प्रदान की। उन्होंने कहा कि 2906 करोड़ रुपये में से 1252 करोड़ रुपये लोअर बाजार, सब्जी मंडी, गंज तथा कृष्णानगर के पुनर्विकास पर खर्च किया जाएगा। इन स्थानों पर होटलों के निर्माण व व्यावसायिक सुविधाओं के लिए पर्याप्त स्थान है।
शहर के सड़क नेटवर्क को चौड़ा किया जाएगा और वर्तमान सड़कों को सुदृढ़ किया जाएगा। सरकुलर सड़कों में रेट्रोफिटिंग और शहर में तीन ट्रांसजिट कॉरिडोर पर 1280 करोड़ रुपये व्यय किए जाएंगे। इसमें शामिल चार सड़कें संजौली से मशोबरा, छोटा शिमला से कसुम्पटी, सरकुलर रोड़ व पुराना बस अड्डा सड़क, जो कुल 41 किलोमीटर है।
यातायात प्रबन्धन, नागरिक सुरक्षा, सीसीटीवी कैमरों को स्थापित करने, वाई-फाई प्रणाली व नागरिक परिवहन सुधार के लिए 197 करोड़ रुपये प्रस्तावित है।
उन्होंने अधिकारियों को ऐसा मॉडल सृजित करने को कहा, जो संभावित भूकम्प के समय लाभदायक हो। अधिकारियों ने नए बताया कि आपदा प्रबन्धन के तहत 15 सुरक्षित शैल्टर का निर्माण किया जाएगा। भू-स्खलन बारे सचेत करने के लिए संवेदनशील स्थानों पर भू-स्खलन सेंसर भी स्थापित किए जाएंगे।
नगर निगम के महापौर श्री संजय चौहान ने कहा कि प्रस्ताव पर शहर के सभी 25 वार्डों में चर्चा की गई और नगर निगम द्वारा इसे पारित किया गया।