‘स्पन्दन’ : योग जीवन की आवश्यकता

‘स्पन्दन’ :  योग जीवन की आवश्यकता

जयपुर – शिक्षा राज्य मंत्री प्रो. वासुदेव देवनानी ने कहा है कि योग जीवन की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि मन-मस्तिष्क के लिए ध्यान और स्वस्थ शरीर के लिए योग जरूरी है। उन्होंने पंचायत से लेकर जिला मुख्यालयों तक सभी को अपने अपने क्षेत्रें में आगामी 21 जून को विश्व योग दिवस मनाने का आह्वान किया।

श्री देवनानी सोमवार को यहां बिड़ला सभागार में राज्य सरकार और आईसीआईसीआई फाउण्डेशन के संयुक्त तत्वावधान में संचालित विद्यालय एवं शिक्षक शिक्षा उन्नयन कार्यक्रम ‘स्पन्दन’ के समापन समारोह में संबोधित कर रहे थे। उन्होंने समारोह में विद्यालयी बच्चों द्वारा प्रस्तुत विभिन्न योग आसानों और सांस्कृतिक प्रस्तुतियों की सराहना की तथा कहा कि बच्चे देश का भविष्य है। उनका विकास हम सभी का सामुहिक दायित्व है। उन्होंने विद्यालयों में श्रेष्ठ नागरिकों का निर्माण करने की शिक्षा प्रदान करने के लिए भी शिक्षकों का आह्वान किया।

शिक्षा राज्य मंत्री ने शिक्षा के साथ सामाजिक सरोकारों से जुडऩे के लिए स्वयंसेवी संस्थाओं को आगे आने का आह्वान किया। उन्होंने आईसीआईसीआई फाउण्डेशन द्वारा ग्रामीण विद्यालयों में विद्युत संबंधित आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए भी कार्य करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि राजस्थान को देश का अग्रणी राज्य बनाने के साथ ही देश को विश्वगुरू बनाने के लिए सभी को सम्मिलित प्रयास करने की जरूरत है। उन्होंने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के स्वच्छ भारत, स्वस्थ भारत के सपने को साकार करने के लिए विद्यालयों में निरंतर गतिविधियॉं चलाने और सभी के योगदान पर जोर दिया।

समारोह में विभिन विद्यालयों के बच्चों ने राष्ट्रभक्ति से ओत-प्रोत रचनाओं के साथ स्वच्छ भारत के संबंध में लघु नाटिका भी प्रस्तुत की। सुजानगढ़ की बालिका ने महाराणा प्रताप की जीवन पर आधारित कविता ‘अरे घास री रोटी. का भावपूर्ण वाचन किया। इस दौरान बच्चों ने योग क्रियाओं के साथ संस्कृति से जुड़े सरोकारों पर महत्वपूर्ण प्रस्तुतियां दी।

समारोह में प्रारंभिक शिक्षा विभाग के शासन सचिव श्री कुंजीला मीणा, आयुक्त प्राथमिक शिक्षा परिषद् श्री बी.एल. जाटावत, एसआईआरटी की निदेशक श्रीमती विनिता बोहरा, आईसीआईसीआई फाउण्डेशन के श्री मनोज जायसवाल, राजस्थान प्राथमिक शिक्षा परिषद् की उपायुक्त प्रिया बलराम शर्मा सहित बड़ी संख्या में अधिकारियों ने भाग लिया।

गौरतलब है कि स्पन्दन के अंतर्गत राजकीय विद्यालयों के बच्चों के लिए 20 दिवसीय कौशल शिविर का आयोजन किया गया था। इसमें चूरू, बांरा और जयपुर जिले के 150 विद्यालयों के बच्चों ने भाग लिया। बच्चों के लिए एसआईआरटी, उदयपुर द्वारा आयोजित 15 शिविरों में 5 हजार से अधिक बच्चों ने नृत्य, गायन, थिएटर, कंम्प्यूटर, आर्ट, विज्ञान के प्रयोग आदि कलात्मक कौशलों को सीखा।

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