- January 31, 2015
स्नूपगेट पर नरेंद्र मोदी के खिलाफ बयान दिलवाए गए – जयंती नटराजन
पूर्व पर्यावरण मंत्री जयंती नटराजन के बीजेपी में जाने की खबरें गर्म हो गई हैं। संभव है कि वह आज ही बीजेपी में शामिल होने का ऐलान कर सकती हैं। बीजेपी के प्रति झुकाव के उनके संकेत उस पत्र में भी मिलते हैं जो उन्होंने नाराजगी में सोनिया गांधी को लिखा था। इसमें नटराजन ने खुलासा किया है कि उनसे जानबूझकर नरेंद्र मोदी के खिलाफ ऐसे बयान दिलवाए गए जो वह देना नहीं चाहती थीं।
नटराजन लिखती हैं, ‘मुझे लगता है कि मुझ पर दबाव बनाया गया और मुझे ऐसे मुद्दे उठाने को कहा गया जिन्हें मैं गलत मानती थी। एक मामला था जिस पर मुझे बहुत गुस्सा आया था। जब मैं मंत्री थी मीडिया में स्नूपगेट के नाम से मशहूर मामले में मौजूदा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला करने के लिए बुलाया गया।’
नटराजन कहती हैं कि उन्होंने मोदी पर हमला करने से इनकार कर दिया था। उन्होंने लिखा, ‘मैंने शुरुआत में इनकार कर दिया था क्योंकि मुझे लगता था कि पार्टी श्रीमोदी पर नीतियों और गवर्नेंस के आधार पर हमला करना चाहिए और किसी अनजान महिला को विवाद में नहीं घसीटना चाहिए।
16 नवंबर 2013 को श्री अजय माकन ने मुझे फोन किया। तब मैं दौरे पर थी। उन्होंने मुझसे दिल्ली आकर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करने को कहा। मैंने अपनी नाखुशी जाहिर की और बताया कि मैं मंत्री हूं और यह मामला सरकार का रुख नहीं लगना चाहिए। मैंने सुझाव दिया कि पार्टी के आधिकारिक प्रवक्ता को इस पर प्रेस कॉन्फ्रेंस करनी चाहिए। पर माकन ने बताया कि यह फैसला ‘उच्चतम स्तर पर’ लिया गया है और मेरे पास कोई विकल्प नहीं है।’
नटराजन के मुताबिक माकन ने उनसे कहा कि टीवी चैनलों और बहसों में मोदी पर तीखा हमला किया जाए। नटराजन ने ये सब बातें सोनिया गांधी को लिखे एक पत्र में बताई हैं।
क्या लिखा है पत्र में-
यूपीए सरकार में पर्यावरण मंत्री रहीं जयंती नटराजन का कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को उन्होंने लिखा है कि पार्टी और खासकर राहुल गांधी की सारी बातों को माना, इसके बावजूद उनकी उपेक्षा की गई और उनका नाम खराब किया गया।
उन्होंने कहा है कि कैबिनेट के सहयोगियों और पार्टी के नेताओं की ओर से भारी दबाव के बावजूद उन्होंने कई बड़ी योजनाओं को पर्यावरण के मुद्दे पर रोके रखा, सिर्फ इसलिए कि राहुल गांधी की ओर से उन्हें खास अनुरोध मिले थे।