- May 24, 2017
स्थानांतरित नीति से गुरुग्राम की गुरुआईन आक्रोशित
विधार्थियो का उज्ज्वल भविष्य अंधकार की ओर, पढ़ाई में नुक्शान… अध्यापिका मंजूषा
{पत्रकार गौरब शर्मा)–गुरुग्राम की अध्यापिका मंजूषा ने प्रेसवार्ता में कहा कि मीडिया के माध्यम से प्रतीत हो रहा है कि हरियाणा सरकार से अन्य राज्यों की सरकारे ट्रान्सफर नीति के बारें में सूचना प्राप्त कर कर उसे अपने राज्यो से अपनाना चाहती है।
वास्तविकता यह है कि ट्रान्सफर नीति ही सही नही है। ट्रान्सफर नीति के नियम 4 अनुसार यदि कोई अध्यापक अपने स्थान पर नही जाते हैं तो आप उस स्थान पर आ सकते है।
हरियाणा सरकार ने जिन अध्यापकों के स्थान पर किसी अध्यापक ने कार्यभार ग्रहण नही किया है अर्थात खाली है तो उसे भी जबरन कार्यभार से मुक्त करके नए स्थान पर जाने के लिए बाध्य कर दिया है।
सभी अध्यापिकायें अपने-अपने घर से 50 से 70 किमी0 का एक तरफा यात्रा करके विद्यालय में पहुँचती है। जिलों को जोन में बांटा गया हैं। 1 जोन में कार्य करने वाले अध्यापक उस जोन मे कार्य नही कर सकते।
अध्यापिकाओं की आक्रोशित बोल…
अध्यापिकाएँ उस स्थान पर नही जाने के कारण CCL ले रही है।
अध्यापिकाएँ की आबाज,उनके हक है।
शिक्षक क्षेत्र चुनकर कोई अपराध नहीं किया है–अध्यापिका मंजूषा
मिलने गई शिक्षिकाओं से शिक्षा मंत्री रामबिलास शर्मा ने अव्यवहारिक व्यवहार करते हुए कहा ये अध्यापिकाएँ अपने-अपने विद्यालयो को छोड़कर भागकर आई है। इनके नाम नोट कर लो।
>> जबकि सभी अध्यापिकाएँ अपनी मांगों को लेकर विद्यालय से अवकाश लेकर गए थे।
>> सभी हमसे ऐसे व्यवहार करते है जैसे हम कोई अध्यापक नही बल्कि अपराधी है।
>> जिन्होंने शिक्षक क्षेत्र चुनकर कोई भयंकर अपराध किया है।
>> अध्यापिकाएँ को अपने-अपने क्षेत्रो वापस बदलाव जरूरी है।