- November 10, 2017
स्कूली विद्यार्थियों को विधिक जानकारी
प्रतापगढ़/10.11.2017————- राजस्थान राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के निर्देशानुसार दिनांक 05.11.2017 से 12.11.2017 तक सम्पूर्ण राजस्थान में विधिक सेवा सप्ताह मनाया जा रहा है। जिसके तहत गांव ढाणी, विद्यालय, सार्वजनिक स्थानों पर विधिक चेतना शिविरों का आयोजन किया जा रहा है। जिसके तहत दिनांक 05.11.2017 को जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के ए0डी0आर0 भवन में राजस्थान उच्च न्यायालय के न्यायाधिपति इन्द्रजीतसिंह के मुख्य आतिथ्य में भव्य सेमीनार का आयोजन किया गया।
दिनांक 06.11.2017 को प्राधिकरण के पूर्णकालिक सचिव द्वारा स्थानीय महात्मा ज्योति बा फूले छात्रावास पर, दिनांक 07.11.2017 को खेरोट ग्राम में, 08.11.2017 को ग्राम अमलावद में, 09.11.2017 को ग्राम बमोत्तर में विधिक जागरूकता शिविरों का आयोजन किया गया। इसी श्रंखला में आज जिला मुख्यालय पर संचालित मयूर इन्टरनेशनल सेकण्डरी स्कूल में बच्चों को विधिक जानकारी प्रदान करने के लिये प्राधिकरण के पूर्णकालिक सचिव विक्रम सांखला ने विधिक चेतना शिविर का आयोजन किया।
पूर्णकालिक सचिव सांखला ने जानकारी देते हुए बताया कि विद्यार्थियों में विधिक चेतना का संचार हो सके, इस उद्धेश्य से इस शिविर का आयोजन किया गया। स्कूली विद्यार्थियों में कानूनी ज्ञान होना अति आवश्यक है, क्योंकि कम उम्र में कईं विद्यार्थी थोड़े से प्रलोभन के वशीभूत होकर अपने जीवन के लक्ष्य से भटक जाते हैं और आपराधिक गतिविधियों में संलिप्त हो जाते हैं।
उपस्थित छात्र-छात्राओं को बेड टच एवं गुड टच के बारे में समझाया तथा इस संबंध में अवेयर रहने की सलाह दी तथा अपील की कि अपने साथ होने वाली किसी भी आपराधिक गतिविधि को अपने गुरूजनों, माता-पिता आदि को जरूर बतायें ताकि कोई बड़ा अपराध कारित होने से पहले उसे रोका जा सके।
पूर्णकालिक सचिव ने उपस्थित बच्चों को जानकारी दी कि बालकों के साथ होने वाले लैंगिक अपराधों से संबंधित प्रकरणों में अपराधी घर-परिवार का सदस्य या अपना निकट रिश्तेदार होता है, इसलिये इस संबंध में हमें जागरूक रहना चाहिए।
इस अवसर पर शिविर में उपस्थित छात्र-छात्राओं को आपराधिक गतिविधियों से बचने की सलाह देते हुए पूर्णकालिक सचिव ने अपील की कि अपने आस-पास होने वाले आपराधिक क्रियाकलापों के बारे में अपने अभिभावकों, गुरूजनों, पुलिस अथवा प्राधिकरण को अवगत करावें ताकि ऐसी गतिविधियों पर रोक लगाई जा सके।
विशेषकर छात्राओं से समझाईश की कि अपने साथ होने वाले किसी भी प्रकार के गलत कृत्य को छिपायें नहीं, बल्कि इसकी जानकारी अपने अभिभावक को दें, ताकि अपराध को बढ़ने से पहले ही अंकुश लगाया जा सके।
शिविर आयोजन में विद्यालय के प्रिंसीपल रामप्रतापसिंह के साथ स्टाॅफ बी.पी. कोठारी, प्रवीण राव, रिद्धी पिछोलिया, मोनिका शर्मा, हेमलता व्यास, अक्षीता चण्डालिया, संगीता जोशी एवं उपस्थित समस्त स्टाॅफ ने कार्यक्रम को सफल बनाने में अपनी सक्रिय भूमिका का निर्वहन किया।
जिला विधिक सेवा प्राधिकरण
प्रतापगढ़