• February 6, 2015

स्कूली बच्चों में ‘लीडरशिप स्किल डवलपमेंट’ के प्रस्तुतीकरण-मुख्यमंत्री

स्कूली बच्चों में ‘लीडरशिप स्किल  डवलपमेंट’ के प्रस्तुतीकरण-मुख्यमंत्री

जयपुर – मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे ने गुरुवार को मुख्यमंत्री निवास पर ग्लोबल एजूकेशन एण्ड लीडरशिप फाउण्डेशन के ”स्किलिंग एण्ड नोहाऊ इनीशिएटिव फॉर लाइफलांग लीडरशिप’ के तहत जयपुर के तीन स्कूलों, एमजीडी स्कूल के ‘स्वच्छ जयपुरÓ, महाराजा सवाई भवानी सिंह स्कूल के ‘गर्ल चाइल्ड एजूकेशन’ तथा डीपीएस स्कूल के ‘एडल्ट एजूकेशन प्रोग्राम फॉर स्कूल बस ड्राइवर्स’ से सम्बन्धित प्रोजेक्ट्स के प्रस्तुतीकरण देखे।

श्रीमती राजे ने इन प्रजेन्टेशंस को रूचि के साथ देखा और इस दौरान बच्चों के साथ सतत संवाद करते हुए उनके साथ इन विषयों पर अपने विजन और विचार शेयर किये।

बच्चे जगाते हैं जिम्मेदारी का एहसास

मुख्यमंत्री ने कहा कि बच्चे जब समाज में बदलाव के वाहक बनते हैं तो उनकी पहल से सभी जागरूक होते हैं। बच्चे जब देश और समाज हित के किसी भी मुद्दे पर आगे आते हैं तो वे सभी में जिम्मेदारी का एहसास जगाते हैं व सबको प्रेरित करते हैं। उन्होंने स्कूली बच्चों में नेतृत्व क्षमता विकसित करने की ऐसी पहल की सराहना करते हुए कहा कि धरातल पर वास्तविक बदलाव के लिए ऐसे महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट्स की थीम पर लगातार कार्य करने की आवश्यकता है।

कसूर सिर्फ एक, लड़की हूं मैं

महाराजा सवाई भवानी सिंह स्कूल के मनु चतुर्वेदी व विधि खण्डेलवाल ने भानगढ़कलां में ‘गर्ल चाइल्ड एजूकेशन’ से सम्बन्धित प्रोजेक्ट्स का प्रजेंटेशन दिया। छात्र मनु चतुर्वेदी ने इस प्रोजेक्ट्स के दौरान बालिका शिक्षा की स्थिति पर अपनी मार्मिक कविता ‘आंख तो है मेरे पास लेकिन मुझे पढऩे की इजाजत नहीं, हाथ तो है मेरे पास लेकिन मुझे लिखने की इजाजत नहीं, पांव भी है मेरे पास लेकिन स्कूल जाने की इजाजत नहीं। कसूर सिर्फ एक है मेरा लड़की हूं मैं, हां लड़की हूं मैं’ सुनाकर सभी को भावविभोर कर दिया।

कठपुतली नगर में ‘स्वच्छ जयपुरÓ पर कार्य

एमजीडी स्कूल के स्टूडेन्ट्स दृष्टि अग्रवाल व तरनजोत बहल ने अपने प्रजेंटेशन में बताया कि उन्होंने अपने प्रोजेक्ट्स के तहत 15 दिन तक कठपुतली नगर क्षेत्र में ‘स्वच्छ जयपुरÓ के तहत ‘वेस्ट मेनेजमेंट एण्ड सेनीटेशनÓ पर बच्चों और उनकी माताओं के साथ मिलकर कार्य किया। क्षेत्र में क्विज, गेम्स व नाटक आदि के माध्यम से जागरूकता पैदा करने का कार्य किया गया। प्रोजेक्ट्स के अंत में किये गये विश्लेषण में स्वच्छता के प्रति लोगों की आदतों में बदलाव देखा गया। डीपीएस स्कूल के स्टूडेंटस चेतन्या व आयुष ने बताया कि उनके प्रोजेक्ट्स के दौरान ड्राइवर्स में अंग्रेजी के शब्द सीखने और बोलने के प्रति उत्सुकता नजर आई।

ग्लोबल एजूकेशन एण्ड लीडरशिप फाउण्डेशन की सीईओ श्रीमती गौरी ईश्वरन ने प्रस्तुतीकरण के दौरान जानकारी दी कि उनके फाउण्डेशन द्वारा 13 देशों, 16 राज्यों में 9 भाषाओं में ऐसे कार्यक्रम चलाये जा रहे हैं, जिनसे करीब एक लाख स्कूली बच्चों को जोड़ा गया है। उन्होंने राज्य सरकार के साथ मिलकर प्रदेश के सरकारी स्कूलों में भी ऐसे कार्यक्रम चलाये जाने की इच्छा जताई, इस पर मुख्यमंत्री ने बैठक में मौजूद शिक्षा विभाग के अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए।

इस अवसर पर शिक्षा मंत्री श्री वासुदेव देवनानी, सांसद श्री दुष्यंत सिंह, मुख्य सचिव श्री सी.एस. राजन, प्रमुख शासन सचिव प्राथमिक शिक्षा श्री पी.के. गोयल, शासन सचिव माध्यमिक शिक्षा श्री नरेशपाल गंगवार, ग्लोबल एजूकेशन एण्ड लीडरशिप फाउण्डेशन की प्रोजेक्ट्स डायरेक्टर दीनू रहेजा, जयश्री पेडीवाल ग्रुप ऑफ स्कूल की डायरेक्टर श्रीमती जयश्री पेडीवाल सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।

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