- May 12, 2017
सोलर सिंचाई से समस्या समाधान कि ओर
जयपुर————उद्यानिकी निदेशक श्री विजयपाल सिंह ने बताया कि जयपुर में वर्ष 2016 में आयोजित हुए ‘ग्लोबल राजस्थान एग्रीटेक मीट‘ (ग्राम 2016) के दौरान सोलर सिंचाई पम्प के प्रभावशाली प्रदर्शन के कारण 2016-17 में रिकॉर्ड 9,687 सोलर सिंचाई पम्प लगाए गए।
सबसे अधिक रोचक तथ्य यह है कि 6,046 सोलर पम्प तो नवम्बर में आयोजित ‘ग्राम‘ के बाद मात्र साढ़े चार माह के दौरान लगाए गए। जबकि इसी वर्ष ‘ग्राम‘ के आयोजन से पूर्व के साढ़े सात माह में मात्र 3,641 पम्प लगाए गए थे।
श्री सिह ने बताया कि सोलर सिंचाई पम्प लगाए जाने में इस बढ़ोतरी का कारण ’ग्राम 2016’ में लगाए गए ’स्मार्ट फार्म’ में इस पम्प के प्रदर्शन से बड़े पैमाने पर इनका प्रचार है।
उल्लेखनीय है कि ग्राम में 50,000 से अधिक किसान आए थे, जिन्हें ऎसे पम्पों के लाइव डेमोंस्ट्रेशन देखने को मिला। इस ग्रीन टेक्नोलॉजी को अपनाने से किसानों को काफी लाभ हुआ है। उल्लेखनीय है कि कोटा में 24 मई से 26 मई में आयोजित होने वाले ‘ग्राम‘ में भी सोलर सिंचाई पम्प का प्रदर्शन किया जायेगा।
निदेशक, उद्यानिकी ने आगे जानकारी दी कि ‘ग्राम‘ का एक अन्य प्रभाव यह भी देखने को मिला कि वर्तमान वित्तीय वर्ष में सोलर सिंचाई पम्प लगाने के एक्सप्रेशन ऑफ इंटरेस्ट (ईओआई) के तहत 54 कंपनियों ने भाग लिया। इनका तकनीकी मूल्यांकन प्रक्रिया पर है।
वर्ष 2016-17 में मात्र 18 कंपनियों ने ही ईओआई में भाग लिया था। ऎसे सिंचाई पम्पों के लिए कंपनियों की बढ़ती भागीदारी से यह उम्मीद की जा रही है कि किसानों को अपनी ओर से काफी कम वित्तीय योगदान देना होगा, इसके साथ ही राज्य सरकार को भी सब्सिडी में कम खर्च करना होगा।
सोलर सिंचाई पम्पों की स्थापना में राजस्थान देश में प्रथम स्थान पर है। गत वर्ष के दौरान लगाये गये 9,687 सोलर सिंचाई पम्पों के साथ गौर करने वाली बात यह भी है कि पिछले अनेक वर्षों में राज्य में केवल 20,000 सोलर सिंचाई पम्प ही लगाए गए थे।