- August 6, 2018
सोनीपत, गुडगांव तथा हिसार में बाल भवन खोलने का निर्णय
चण्डीगढ़——— हरियाणा सरकार ने समेकित बाल संरक्षण योजना के तहत जरुरतमंद बच्चों की देखभाल के लिए तीन एकीकृत परिसर सोनीपत, गुडगांव तथा हिसार में खोलने का निर्णय लिया है, जिनमें ओबज़रवेशन होम, पलेस ऑफ सेफ्टी तथा चाइल्ड केयर संस्थान एक ही स्थान पर होंगें।
फरीदाबाद में चलाये जा रहे ओबजरवेशन होम की क्षमता को बढ़ाने का काम जल्द ही शुरू किया जायेगा।
यह जानकारी हरियाणा के मुख्य सचिव श्री डी एस ढेसी ने आज यहां विडियो कांफ्रेंस के माध्यम से छ: जिलों नामत: सोनीपत, फरीदाबाद, गुरूग्राम, हिसार, अंबाला तथा करनाल के उपायुक्तों के साथ हुई बैठक में दी।
बैठक में महिला एवं बाल विकास विभाग में प्रधान सचिव श्री राजा शेखर वुंड्रू तथा निदेशक हेमा शर्मा भी उपस्थित थीं।
बैठक में श्री ढेसी ने जिला सोनीपत, हिसार तथा गुरूग्राम के उपायुक्तों को दो सप्ताह में एकीकृत परिसरों के लिए 8 एकड़ भूमि की पहचान करने के निर्देश दिये। श्री ढेसी ने उपायुक्तों को जिलों में चलाये जा रहे ओबज़रवेशन होम, चाइल्ड केयर संस्थानों में महीने में एक बार औचक निरीक्षण करने एवं मरम्मत के कार्यों के अनुमान जल्द से जल्द मुख्यालय में भेजने के भी निर्देश दिये।
बैठक में बताया गया कि समेकित बाल संरक्षण योजना एक ऐसी योजना है जिसके तहत जरुरतमंद बच्चों की देखरेख व कानून का उल्लंघन करने वाले किशोरों से सम्बन्धित विभिन्न योजनाओं को कवर किया जा रहा है।
उन्हें बताया गया कि समेकित बाल संरक्षण योजना, जे0जे0एक्ट 2000 जोकि वर्ष 2015 में संशोधित किया गया है तथा जनवरी, 2016 से लागू है, के प्रावधान के अनुसार कार्य कर रही है। समेकित बाल संरक्षण योजना के तहत बच्चों की दो व्यापक श्रेणियां हैं जिनमें कानून का उल्लंघन करने वाले जो बच्चे जे0जे0 बोर्ड के माध्यम से किशोर न्याय प्रक्रिया में आते हैं उन्हें जे0जे0 एक्ट 2015 के तहत जांच होने तक रहने, देखभाल तथा संरक्षण प्रदान किया जाना होता है तथा ओबजरवेशन होम में रखा जाता है।
जे0जे0 बोर्ड द्वारा कानून का उल्लंघन करने वाले बच्चे जिन्हें लम्बी अवधि तक पुनर्वास दिया जाना होता है, को इस गृह में भेजा जाता है। इन बच्चों की देखभाल तथा संरक्षण हेतू राज्य सरकार द्वारा वर्तमान में 4 ओबजरवेशन होम अम्बाला, हिसार, फरीदाबाद तथा करनाल में तथा एक स्पेशल होम सोनीपत में चलाया जा रहा है।
लडक़ों के लिये एक स्पेशल होम, मधुबन करनाल में बनाया गया है। इसके अलावा, समेकित बाल सरंक्षण योजना का उददेश्य जरूरतमंद बच्चों की देखरेख, सुरक्षा, विकास, पुर्नवास हेतू 69 बाल देखरेख सस्थायें सरकारी, अर्ध सरकारी तथा निजी संस्थाओं द्वारा चलाई जा रही हैं।