- November 8, 2014
सेशेल्स की यात्रा: फास्ट अटैक क्राफ्ट आईएनएस तरासा सेशेल्स तटरक्षक – एडमिरल आर.के. धोवन
नई दिल्ली – रियर एडमिरल आर.हरि कुमार वीएसएम फ्लैग ऑफिसर कमाडिंग वैस्टर्न फ्लीट की कमान में भारतीय नौसेना के पोत मुम्बई, तलवार, तेग और दीपक पूर्वी अफ्रीका और दक्षिण हिन्द महासागर क्षेत्र के दो महीने लंबी प्रवासी तैनाती पर हैं। चार में से तीन पोत आईएनएस मुम्बई, आईएनएस तलवार और आईएनएस दीपक भारत और सेशेल्स के बीच द्विपक्षीय संबंधों और समुद्रीय सुरक्षा में सहयोग को मजबूत करने के लिए पोर्ट विक्टोरिया पहुंच गये हैं। अपने प्रवास के दौरान ये पोत जनता के लिए खुले रहेंगे। इसके अलावा दोनों देशों के बीच मैत्री को और मजबूत करने के लिए दोनों नौसेनाओं के दरमियान विभिन्न सांस्कृतिक गतिविधियां आयोजित की जाएंगी।
नौसेना के इन पोतों की यात्रा भी भारतीय नौसेना प्रमुख एडमिरल आर.के. धोवन की सेशेल्स यात्रा के मौके पर ही हो रही हैं। श्री धोवन 07 नवम्बर को भारत का दूसरा फास्ट अटैक क्राफ्ट सेशेल्स सरकार को सौंपेगे। वायुसेना प्रमुख अपनी यात्रा के दौरान राष्ट्रपति, सीडीएफ और नागरिक तथा सैनिक अधिकारियों से मुलाकात करेंगे।
वर्ष 1976 में सेशल्स की स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद से ही भारत और सेशेल्स के मध्य सौहार्दपूर्ण संबंध और कूटनीतिक समझौते बरकरार है। पोर्ट विक्टोरिया में 1987 में रेजिडेन्ट उच्चायुक्त की नियुक्ति ने द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ाने का मार्ग प्रशस्त किया था। रक्षा संबंध, आपसी विश्वास और समुद्री सुरक्षा के सभी मामलों में समर्थन पर आधारित हैं।
भारत सरकार ने सेशेल्स को पहला क्राफ्ट एससीजी टॉपाज (पूर्व आईएनएस तारमुगली) 2005 में उपहार में दिया था, जिसने सेशेल्स के तटरक्षक की सेवा की है। दूसरा क्राफ्ट सेशेल्स तटरक्षक की क्षमता में और वृद्धि करेगा और यह दोनों देशों के बीच मैत्री की मिसाल होगा। भारतीय नौसेना समुद्र में अच्छी व्यवस्था सुनिश्चित करने तथा इसके विशाल विशिष्ट आर्थिक क्षेत्र की सुरक्षा के प्रयासों में सेशेल्स की सहायता करने के लिए हमेशा प्रतिबद्ध है। भारत और सेशेल्स हिन्द महासागर नौसेना संगोष्ठी (आईओएनएस) के सदस्य है, जो हिन्द महासागर क्षेत्र की 35 देशों की स्वैच्छिक सहयोगी पहल है। यह मंच समुद्रीय मुद्दों पर जानकारी और सहयोग साझा करने के लिए एक आदर्श मंच है।