- November 20, 2019
सृजन घोटाले–12 करोड़ 20 लाख 15 हजार 75 रुपये
पटना : बहुचर्चित सृजन घोटाले के मामले में पटना स्थित सीबीआइ की विशेष अदालत में ट्रायल शुरू.
सीबीआइ-2 की विशेष जज गीता गुप्ता की अदालत में भागलपुर जिला नजारत में 12 करोड़ 20 लाख 15 हजार 75 रुपये के हुए गबन के मामले में दर्ज केस संख्या 6/17 में जिरह शुरू हुई.
सृजन घोटाले में सीबीआइ ने 14 प्राथमिकियां दर्ज की हैं. इनमें 24 अभियुक्त बनाये गये हैं, जिनमें एक को छाेड़कर सभी जेल में बंद हैं. सीबीआइ अब तक सृजन घोटाले में सभी 24 अभियुक्तों के खिलाफ आरोपपत्र दाखिल कर चुका है. चार्जशीट के अनुसार घोटाले की रकम 1900 करोड़ तक पहुंचने का अनुमान है.
विशेष अदालत में इस मामले को लेकर डीएम कार्यालय भागलपुर के रिटायर्ड कार्यालय अधीक्षक नंदकिशोर मालवीय की गवाही हुई. गवाह ने अपना बयान दर्ज कराते हुए अदालत को बताया कि वह एक फरवरी, 2017 से 18 अक्तूबर 2017 तक भागलपुर के जिला ट्रांजिट शाखा में ऑफिस सुपरिटेंडेंट (कार्यालय अधीक्षक) के प्रभार में थे.
गवाह ने विशेष अदालत को आगे बताया कि सहायक नाजिर अमरेंद्र कुमार यादव को इंडियन बैंक में खाता खोलने की फाइल पर नोटशीट ट्रांजिट के माध्यम से भेजनी चाहिए थी, लेकिन उनके द्वारा नहीं भेजा गया.
आरोपित अमरेंद्र कुमार यादव ने सीधे डीएम के पास फाइल पर अंकित नोटशीट को भेज दिया. उक्त नोटशीट की पहचान भी गवाह ने की. साथ ही यह भी बताया कि सात अगस्त, 2017 को एक शिकायत तिलक मांझी थाने में प्राथमिकी दर्ज करने के लिए भेजी गयी थी. उक्त शिकायत पत्र की भी पहचान गवाह ने की. गवाह का मुख्य परीक्षण जारी है.
सरकारी खाते में सृजन महिला विकास सहयोग समिति के खाते से राशि हुई जमा. आरोपित बैंक की तरफ से विभाग को दी गयी खाता विवरणी में भी की गयी छेड़छाड़.