- June 18, 2024
सीधी के प्रो. अनिल सिंह को मणिदीप सम्मान
सीधी ( विजय सिंह)- “मध्यप्रदेश हिंदी साहित्य सम्मेलन” ने एसजीएस कॉलेज में अंग्रेजी के प्राध्यापक डॉक्टर अनिल कुमार सिंह ‘सत्यप्रिय’ को कविता विधा में उल्लेखनीय योगदान के लिए प्रथम “मणिदीप सृजन सम्मान-2024” से सम्मानित किया है । प्रो. अनिल सिंह जी ने इस सम्मान को ‘सीधी की मिट्टी का सम्मान’ कहा है , इससे सीधी की मिट्टी सम्मानित हुई है । अपना जीवन उन्होंने सीधी को बेहतर भविष्य देने के लिए समर्पित किया है। जिन्होंने हमेशा धरातल से जुड़ते हुए समाज के हित के लिए हमेशा चिंतनशील रहे है । उनकी चिंतनशीलता को सम्मानित किया गया है । यह सीधी के लिए गौरव की बात है । उनका कहना है की हमेशा आपको कोई देख रहा होता है , आप कही भी रहे सकारात्मक दिशा में काम करने की सोच रखे ।
भोपाल में आयोजित एक समारोह में सीधी के तीन साहित्यकारों की पुस्तक का विमोचन भी किया गया । इसमें अनिल कुमार सिंह की कविता संग्रह ‘अंधेरे में स्वप्न ‘ और ‘ एक नदी दस घाट’, वरिष्ठ पत्रकार एवं अधिवक्ता प्रगतिशील लेखक संघ इकाई सीधी के अध्यक्ष सोमेश्वर सिंह के गीत गजल कविता संग्रह ‘धूप में छाव ‘और शिव शंकर मिश्र सरस की पुस्तक ‘सबेर कस के होय ‘ का विमोचन हुआ । विमोचन समारोह में हिन्दी साहित्य के सुविख्यात कथाकार , व्यंग्यकार कुंदन सिंह परिहार, प्रतिष्ठित कवि प्रयाग शुक्ल, कथाकार राजेश जोशी, वरिष्ठ पत्रकार विजय राय, शिक्षाविद सत्यमोहन वर्मा, डा. राधावल्लभ त्रिपाठी तथा डॉ रेखा कश्तवार के कर कमलों से संपन्न हुआ। इन श्रेष्ठ जन की उपस्थित में विमोचन होना लेखक एवम हम सबके लिये गौरव का क्षण है । इस सम्मेलन में देश के 500 से अधिक साहित्यकार एकत्रित हुये एवं सम्मेलन सफलता पूर्वक संपन्न हुआ ।
साहित्यकारों के इस उपलब्धि पर सीधी के साहित्य प्रेमियों ने तीनों श्रेष्ठ विद्वान , व्यक्तित्व , साहित्यकार , चिंतक, कवि ,लेखक , को हार्दिक शुभकामनाएं एवम बधाई दी है। मध्य प्रदेश हिंदी साहित्य सम्मेलन के तीन दिवसीय नीलम जयंती शब्द उत्सव कार्यक्रम में सम्मेलन द्वारा साहित्य के क्षेत्र में विशिष्ट उपलब्धि के लिए भवभूति अलंकरण कुंदन सिंह परिहार, सत्य मोहन वर्मा, तथा नरेंद्र जैन, वागीश्वरी पुरस्कार डॉ सुजाता मिश्रा, डॉक्टर माधव चंद्र, वीरेंद्र प्रधान, विशाखा मूलमुले एवं सप्तपर्णी सम्मान रमेश तिवारी, डॉक्टर मालिनी गौतम, अनीता दुबे एवं राकेश अंचल को प्रदान किया गया।
मध्य प्रदेश हिंदी साहित्य सम्मेलन के अध्यक्ष पलाश सुरजन ने कार्यक्रम के समापन में शामिल सभी साहित्यकारों के प्रति आभार व्यक्त करते हुए उन्हें अलंकरण, सम्मान तथा पुरस्कार के लिए शुभकामनायें दी एवं आभार व्यक्त किया।