• March 21, 2016

सीटीएई में टेक फेस्ट -2016 सम्पन्न

सीटीएई में टेक फेस्ट -2016 सम्पन्न

उदयपुर  (सुबोध कुमार शर्मा)—– 19 मार्च 2016 । प्रौद्योगिकी एवं अभियांत्रिकी महाविद्यालय में पांच दिन से चल रहे सांस्कृतिक समारोह, ’टेक फेस्ट -2016’ के अन्तर्गत एकल एवम युगल गायन, समूह गायन, एकल एवम युगल नृत्य, समूह नृत्य एवं फैशन शो के आयोजन के साथ सुखाडि़या विश्वविद्यालय के सभागार में सम्पन्न हुआ ।DSC_6901

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के कुलपति माननीय डा. उमाषंकर षर्मा ने टेक फेस्ट – 2016 के उपलक्ष्य में आयोजित वार्षिक उत्सव में मुख्य अतिथि के रूप में उद्बोधन देते हुए कहा कि महाविद्यालय में एक विद्यार्थी अनेक प्रकार के अनुभवों से गुजरता है।

टेक फेस्ट में होने वाली विभिन्न प्रकार की गतिविधियों की आवश्यकता एवं उपादेयता पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा कि इसमें अभियांत्रिकी छात्रों का एक अलग ही रूप सामने आता है जिसमें वे अपनी ऊर्जा को सकारात्मक रूप में व्यक्त कर सकते हैं । इन गतिविधियों के माध्यम से वे समूह में कार्य करने एवं नेतृत्व करने के साथ साथ आत्मविश्वास से भी परिपूर्ण हो जाते हैं । सांस्कृतिक गतिविधियों के माध्यम से न केवल वे अपनी संस्कृति से परिचित होते हैं अपितु कक्षाओं से बाहर आकर अपनी दक्षता को प्रदर्शित कर सकते हैं ।

अधिष्ठाता डा. बी.पी.नन्दवाना की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि वर्तमान में विश्वविद्यालय में सर्वाधिक छात्रों का महाविद्यालय होने के साथ ही हर क्षैत्र में उन्नति करके सम्पूर्ण उत्तरी भारत में सर्वोत्तम अभियांत्रिकी महाविद्यालय का खिताब हासिल किया है । साथ ही उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय में इस वर्ष प्रवेश लेने वाली छात्राओं की संख्या में काफी वृद्धि हुई ।

कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए प्रौद्योगिकी एवं अभियांत्रिकी महाविद्यालय के अधिष्ठाता डा. बी. पी. नन्दवाना ने अपने उद्बोधन भाषण में तकनीकी एवं अभियांत्रिकी छात्रों की सह-शैक्षणिक गतिविधियों की सराहना की । डाॅ. नन्दवाना ने सम्पूर्ण व्यक्तित्व निर्माण में इस प्रकार की गतिविधियों की महत्ता बताते हुए छात्रों से अधिकाधिक संख्या में भाग लेने का आव्हान किया एवं अपनी शिक्षा को देश की आम जनता के हित में लगाने की प्रेरणा दी ।

आकर्षक प्रस्तुतियों पर झूमा अभियांत्रिकी छात्र समुदायः नृत्य नाटिकाओं ने लुभाया
पारम्परिक एवं पश्चिमी वेशभूषा से सजे छात्र-छात्राओं ने एकल नृत्य में ’आ जा नच ले’, तुम्ही हो तुम्ही’, जिन्दगी तु धीरे धीरे, सनम रे सनम रे, मेरे सपनो की रानी, बिल्लो रानी आदि तथा युगल नृत्य मे कजरारे कजरारे, नगाड़े सगं ढोल बाजे, मां तुझे सलाम एवमं समूह नृत्य में विभिन्न लोकनृत्य, पारम्परिक नृत्य एवं फिल्मी नृत्यों का प्रदर्शन कर प्रतिभागियों ने दर्शक दीर्घा में बैठे दर्शकों को झूमने पर मजबूर कर दिया ।DSC_7174

सामाजिक एवम पौराणिक प्रतिबद्धता को दर्शाते हुए करन एवम अर्जुन की युद्व के दौरान मनोस्थिति एवम पनघट पर कन्हैया से मिले, जो है अलबैला वो किसना है, फिल्मी गीतों पर आधारित चेन चुराया तमने, लिखे जो खत तुझे, तु प्यार है किसी और का आदि की समूह नृत्य नाटिकाओं से प्रदर्शित किया तो छात्र समुदाय ने तालियों की गड़गड़ाहट से सभागार को गुंजायमान कर दिया ।

नृत्य नाटिकाओं द्वारा जीवन की आशा-निराशा, उतार-चढ़ाव को प्रदर्शित करते हुए उम्मीद का दामन ना छोड़ने का संदेश दिया और छात्र समुदाय को झूमने पर विवश कर दिया । विभिन्न प्रतिभागियों को छात्र समुदाय की तालियों और हुटिंग से सराहना मिली।

कार्यक्रम में डा. मूरतजा अली सलोदा, सहायक अधिष्ठाता (छात्र कल्याण) एवं सीएलएसयू के सलाहकार डा. त्रिलोक गुप्ता ने जानकारी दी कि बड़ी संख्या में छात्र-छात्राओं के एकल गायन, समूह गायन, एकल नृत्य, समूह नृत्य आदि में भाग लेने के कारण पूर्व में ही स्क्रीन टेस्ट लेकर मेघावी छात्रों का चयन विभिन्न टीमों में किया गया । एकल गायन में प्रतिभागियों ने विभिन्न फिल्मी गीतों प्यार दिवाना होता है,क्या हुआ तेरा वादा, तुझे लागे ना नजरिया, मेरे हाथ मे तेरा हाथ हो, ढोल बाजे ढोल, यह दिल ना होता बेचारा गाकर सभी दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया ।

युगल गायन में हाय हुकु हाय हुकु, सुनो गौर से दुनिया वालो, मां तुझे सलाम कबीरा मान भी जा, तेरा होने लगा हुं, हमको तुमसे प्यार है, जाने जहां तुम कहा मैं कहा जैसे सुनिल शैठी, आमिर, शाहरूख, सलमान के गानों पर अपनी प्रस्तुतियाॅ देते हुए प्रतिभागियों ने समा बांध दिया। समूह गायन में प्रतिभागियों ने विभिन्न आंचलिक, देशभक्ति एवं पारम्परिक गीतों का गायन किया व 1200 से अधिक दर्शकों ने तालियों की बौछार कर सभी प्रतिभागियों का उत्साहवर्धन किया ।

कार्यक्रम के अन्त में डाॅ. त्रिलोक गुप्ता, सलाहकार सीएलएसयू एवं डाॅ मुरतजा अली सलोदा, सहायक अधिष्ठाता (छात्र कल्याण) एवं सीटीएई के छात्र संघ अध्यक्ष सुभाश ने सभी कमेटी प्रभारियों, उनके सदस्यों सभी कार्यकर्ताओं एवं सम्पूर्ण छात्र समुदाय का कार्यक्रम के सफलता पूर्वक समापन हेतु आभार व्यक्त किया ।

(डाॅ. बी. पी. नन्दवाना)
अधिष्ठाता, सीटीएई,उदयपुर——-313001

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