• June 23, 2022

सिंघम :: चार कुख्‍यात अपराधी गिरफ्तार

सिंघम :: चार कुख्‍यात अपराधी गिरफ्तार

सुपौल: त्र‍िवेणीगंज पुलिस ने चार कुख्‍यात अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया है. गिरफ्तार अपराधियों में प्र‍िंस यादव और उसके तीन गुर्गे शामिल हैं. ये सभी बिहार के सिंघम कहे जाने वाले आइपीएस अधिकारी शिवदीप लांडे (IPS officer Shivdeep Lande) की टॉप-10 सूची में शामिल थे. लूटपाट के लिए इन लोगों ने अपना एक गैंग बना रखा था.

बताया जा रहा है कि ये लोग पिछले सात साल से फरार चल रहे थे. त्रिवेणीगंज पुलिस ने दो देसी कट्टे, तीन मोबाइल, दो कारतूस औऱ 16 हजार रुपये नकद के साथ सभी को गिरफ्तार किया है. इन अपराधियों पर सुपौल से लेकर पूर्णिया और कटिहार तक लूट के कई मामले दर्ज हैं. देर रात गुप्त सूचना के आधार पर त्रिवेणीगंज थाना क्षेत्र के लक्ष्मीनिया से इन अपराधियों को गिरफ्तार किया गया है.

त्रिवेणीगंज एसडीपीओ गणपति ठाकुर ने बताया कि प्रिंस यादव पिछले कई सालों से फरार चल रहा था. वह अपने गुर्गों के साथ मिलकर सुपौल, पूर्णिया, कटिहार सहित आसपास के जिलों में लूटपाट की घटनाओं को अंजाम देता था. इन लोगों ने अपना केंद्र पूर्णिया औऱ कटिहार बना रखा था. बुधवार की रात सूचना मिली थी कि कुख्यात प्रिंस अपने घर त्रिवेणीगंज थाना क्षेत्र के लक्ष्मीनिया आने वाला है. इसके बाद त्रिवेणीगंज थानाध्यक्ष संदीप कुमार सिंह के नेतृव में टीम गठित कर सुबह तकरीबन साढ़े तीन बजे छापामारी की गई. कुख्यात प्रिंस यादव और उसके तीन गुर्गों को हथियार सहित गिरफ्तार कर लिया गया.

Related post

नागालैंड के स्कूलों में लड़कियों के लिए ‘किशोरावस्था क्लब’ का गठन

नागालैंड के स्कूलों में लड़कियों के लिए ‘किशोरावस्था क्लब’ का गठन

पीआईबी (दिल्ली) — किशोरावस्था एक महत्वपूर्ण विकासात्मक चरण है, जिसमें विभिन्न चुनौतियाँ और अवसर होते हैं।…
दवा निर्माता : स्टॉप प्रोडक्शन ऑर्डर (एसपीओ), स्टॉप टेस्टिंग ऑर्डर (एसटीओ), लाइसेंस निलंबन/रद्दीकरण, चेतावनी पत्र और शोकेस नोटिस

दवा निर्माता : स्टॉप प्रोडक्शन ऑर्डर (एसपीओ), स्टॉप टेस्टिंग ऑर्डर (एसटीओ), लाइसेंस निलंबन/रद्दीकरण, चेतावनी पत्र और…

पीआईबी दिल्ली —– स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने कुछ समाचार रिपोर्टों के बाद तत्काल और निर्णायक…
सिक्किम की नदियाँ खतरे में !

सिक्किम की नदियाँ खतरे में !

लखनउ (निशांत सक्सेना) —— तीस्ता -III परियोजना पर वैज्ञानिक पुनर्मूल्यांकन और लोकतांत्रिक निर्णय की माँग जब भी…

Leave a Reply