- June 23, 2017
सात हजार रूपये रिश्वत लेते लेखापाल गिरफ्तार
सीधी, 23जून | जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में पदस्थ लेखापाल को एक निलंबित शिक्षक को बहाल कराने के एवज में 7 हजार रूपये की रिश्वत लेते लोकायुक्त पुलिस ने आज सुबह रंगे हाँथ गिरफ्तार किया| शिक्षक से 15 हजार रुपयों की मांग की गई थी, आज उसकी पहली किश्त ली जा रही थी|
लोकायुक्त पुलिस अधीक्षक संजीव सिन्हा ने बताया की शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय चुरहट के निलंबित शिक्षक राम प्रकाश श्रीवास्तव से उनकी बहाली हेतु रुपयों की मांग की जा रही थी| जिसकी शिकायत उनके द्वारा लोकायुक्त रीवा से की गई, शिकायत की जाँच उपरांत शुक्रवार की सुबह 7बजे दस लोगो की टीम के साथ भेजी गई। जिसमे निरीक्षक विद्यावरिधि तिवारी,हितेद्र नाथ शर्मा,प्रधान आरक्षक विपिन त्रिवेदी,अखिलेश पटेल सहित आरक्षक प्रेम सिंह, शैलेन्द्र मिश्रा, अजय पांडेय, लवलेश पांडेय व दो राजपत्रित अधिकारी पकंज शर्मा अजय प्रकाश शर्मा शामिल थे।
घूंस में मांगी जा रही रकम जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय के लेखापाल हनुमान प्रसाद शुक्ला को दी जानी थी |आज सुबह शिक्षक राम प्रकाश श्रीवास्तव को सीधी बुलाया गया था| लेखापाल के अर्जुन नगर स्थित निज निवास में जिसे ही रकम लेखापाल को दी गई, वह जैसे ही रकम गिनने लगा,लोकायुक्त की टीम ने उन्हें रंगे हाँथ गिरफ्तार कर लिया गया|लेखापाल को रिश्वत में दी जानी वाली रुपए का नंबर पहले से नोट कर लिया गया
था।
नोट की गड्डी के बीच में एक पाउडर लगाकर नोट को डाला गया था। रिश्वत पाने के बाद लेखापाल नोट को गिना तो पाउडर उसके हांथ में लग गया। लोकायुक्त ने सबसे पहले लेखापाल का हाथ धुलाया तो पाउडर लगे होने के कारण लाल हो गया। जिसे एक बाटल में बंदकर जब्ती बनाई गई।
लोकायुक्त ने रिश्वत के आरोपी हनुमान प्रसाद शुक्ला के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा के तहत कार्रवाई की गई है। जिसमें आरोपी के खिलाफ पीसी एक्ट की धारा 7, 13(1)डीव 13(2)के तहत मामला पंजीवद्ध किया गया है।आरोपीको गिफ्तार
कर जमानत पर रिहा कर दिया गया|
काबिलेगौर तथ्य यह है कि लेखापाल द्वारा ली गई रकम का बंटवारा होना था, क्योंकि बहाली के आदेश में लेखापाल के नहीं जिला शिक्षा अधिकारी के हस्ताक्षर होने थे, घूंस लेने का वह तो महज माध्यम था| राशि तो उपर तक जानी थी|
विजयसिंह
सीधी