सातवीं एम.पी. एक्सपोर्टेक: 150 करोड़ के 80 सौदे

सातवीं एम.पी. एक्सपोर्टेक: 150 करोड़ के 80 सौदे

ग्वालियर में चल रही सातवीं एम.पी. एक्सपोर्टेक (रिवर्स बॉयर-सेलर मीट) में सुदूर देशों से आये राजनयिक, आयातक एवं खरीददारों को प्रदेश के उत्कृष्ट उत्पादों और तकनीक ने खूब रिझाया। इन उत्पादों को खरीदने के लिये बड़े-बड़े सौदे भी हुए। मीट के दूसरे दिन लगभग 150 करोड़ के 80 सौदे अर्थात एओआई (एक्सप्रेशन ऑफ इंट्रेस्ट) हो चुके थे।

सातवीं एम.पी. एक्सपोर्टेक मीट अपने उद्देश्यों पर पूरी तरह खरी उतरी। इस मीट के जरिये ग्वालियर चंबल अंचल सहित प्रदेश के उत्पादों मसलन आयुर्वेद-हर्बल प्रोडक्ट, एग्रो एवं फूड प्रोडक्ट्स, अनप्रोसेस्ड एवं प्रोसेस्ड फूड, स्टोन, हेण्डलूम तथा हेण्डीक्राफ्ट, इंजीनियरिंग गुड्स और टेक्सटाइल आदि उत्पाद निर्यात के लिये विश्व बाजार में दस्तक देने में सफल हुए हैं।

मीट में दुनिया के 12 राष्ट्र के राजदूत, उच्चायुक्त एवं अन्य राजनयिक ने शिरकत की। सार्क के सदस्य सभी दक्षिण एशियाई एवं सीआईआई देश, अफ्रीकन, लेटिन अमेरिका एवं पूर्वी यूरोपीय देशों के 62 आयातक, खरीददार तथा व्यावसायिक सलाहकार फेसिलिटेशन सेंटर में उत्पादों को देखते-परखते रहे। साथ ही स्थानीय क्रेताओं के साथ वन-टू-वन मीट कर सौदे भी तय किये। औद्योगिक एवं व्यवसाय के इस महाकुंभ में ग्वालियर-चंबल सहित समूचे प्रदेश के उद्यमियों ने 110 स्टॉल सजाये हैं।

मीट में जिन केटेगरी में सौदे हुए उनमें इंजीनियरिंग गुड्स के 49.25 करोड़, टेक्सटाइल के 32.24 करोड़, एग्रो एवं फूड प्रोडक्ट के 31.48 करोड़, प्रोसेस्ड एवं अन प्रोसेस्ड फूड के 18.96 करोड़, हेण्डलूम एवं हेण्डीक्राफ्ट के 8.10 करोड़, स्टोन (पत्थर) के 6.20 करोड़ तथा हर्बल और आयुर्वेदिक उत्पाद के 3.38 करोड़ शामिल हैं।

वियतनाम के खरीददारों ने सबसे अधिक 37 करोड़ 20 लाख रुपये के ईओआई किये। इनके अलावा श्रीलंका ने 30 करोड़ 76 लाख, साउथ अफ्रीका ने 24 करोड़ 97 लाख, थाईलेण्ड ने 15 करोड़ 75 लाख, बुलगारिया ने 9 करोड़ 2 लाख, बांग्ला देश ने 8 करोड़ 75 लाख, नेपाल ने 4 करोड़ 69 लाख, इथोपिया ने 4 करोड़ 37 लाख, अफगानिस्तान ने 3 करोड़ 93 लाख, तंजानिया ने 3 करोड़ 41 लाख, अलजीरिया ने 3 करोड़ 10 लाख, लेबनान ने 2 करोड़ 29 लाख, फिलीपींस ने 87 लाख एवं तुर्की के खरीददारों ने 50 लाख के सौदे किये हैं।

प्रलय श्रीवास्तव

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