- December 4, 2018
सांझी– जरुरतमंदों के लिये एक आशा
झज्जर——— जरूरतमंदों की निस्वार्थ मदद के लिए जिला प्रशासन द्वारा चलाई जा रही सांझी मदद मुहिम एक बार फिर गरीब परिवारों के चेहरों पर मुस्कान लाने में सफल साबित हुई।
उपायुक्त सोनल गोयल ने झज्जर-रिवाड़ी मार्ग पर स्लम एरिया में पहुंचकर गरीब व जरूरतमंद परिवारों को बच्चों के लिए गर्म कपड़े तथा सर्दी से बचाव के लिए कंबल वितरित किए। जिला प्रशासन की सांझी मदद मुहिम के तहत गर्म कपड़ों व कंबल का प्रबंध हुआ था।
श्रीमती सोनल गोयल ने कपड़े व कंबल वितरित करने के साथ-साथ स्लम एरिया में रहने वाले बच्चों की पढ़ाई-लिखाई व पोषण युक्त आहार आदि के बारे में भी जानकारी ली। उन्होंने अभिभावकों से अपने बच्चों को नजदीकी आंगनवाड़ी केंद्र, बाल भवन स्थित डे- केयर सेंटर या नजदीकी सरकारी स्कूलों में बच्चों को भेजने की अपील की।
इस कार्य के लिए उन्होंने मौके पर ही जिला बाल कल्याण अधिकारी को भी निर्देश दिए कि जल्द से जल्द इन बच्चों की पढ़ाई लिखाई का प्रबंध किया जाए। उन्होंने बच्चों व उनके अभिभावकों को पढ़ाई-लिखाई के महत्व तथा गरीब व जरुरतमंदों के कल्याण के लिए चलाई जा रही सरकार की योजनाओं के बारे में भी जानकारी दी।
उन्होंने सांझी मदद कार्यक्रम के तहत भी जिलावासियों से अधिक से अधिक मदद करने की अपील की। सांझी मदद के तहत सामग्री संग्रहण के लिए बाल भवन झज्जर तथा बहादुरगढ़ में विशेष केंद्र स्थापित किए गए है।
उपायुक्त ने कहा कि गरीब व जरूरतमंद लोगों की मदद के लिए जिला प्रशासन की ओर से सांझी मदद मुहिम आरंभ की गई है। जिला में करीब एक साल से जारी इस मुहिम के तहत नए या घरों में इस्तेमाल योग्य पुरानी किताबें, कपड़े, जूते-चप्पल, खिलौने व खेल-कूद की सामग्री दान की जा सकती है।
यह सामग्री जिला प्रशासन के माध्यम से उन लोगों तक पहुंचा दी जाएगी जिन्हें इन संसाधनों की असल में जरुरत है। झज्जर जिला के लोगों ने केरल में आई बाढ़ के दौरान भी सांझी मदद के तहत एकत्रित राहत सामग्री जरुरतमंदों के लिए भिजवाई थी।
इस अभियान के तहत अब तक चार हजार से अधिक जरुरतमंदों की मदद की जा चुकी है।