- April 20, 2016
सही मार्गदर्शन एवं प्रशिक्षण लक्ष्य प्राप्ति के लिए आवश्यक: राज्यपाल
राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने कहा कि सही मार्गदर्शन, उचित प्रशिक्षण एवं सकारात्मक सोच के साथ विद्यार्थी किसी भी लक्ष्य को प्राप्त करने में सक्ष्म हैं। राज्यपाल आज सोलन जि़ले के परवाणु की राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला में बच्चों को सम्बोधित कर रहे थे।
आचार्य देवव्रत ने कहा कि अध्यापक छात्रों को सही मार्ग दिखाने एवं भविष्य की चुनौतियों के लिए उन्हें तैयार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में विश्व एवं देश को ऐसे शिक्षित युवाओं की आवश्यकता है जो विपरीत परिस्थितियों में सांस्कृतिक ज्ञान एवं सही सोच को संरक्षित रख आगे बढ़ सकें। उन्होंने कहा कि छात्रों में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है तथा प्रशिक्षित अध्यापक इन प्रतिभाओं को देशहित में तैयार करने में सक्षम हैं।
राज्यपाल ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में पूर्णरूप से प्रशिक्षित एवं उचित माध्यम से चयनित शिक्षक उपलब्ध हैं। उन्होंने कहा कि लोगों को अपने बच्चों को केवल निजी विद्यालयों में पढ़ाने की सोच को बदलना होगा। उन्होंने अध्यापकों से आग्रह किया कि वे छात्रों को पाठ्यक्रम के साथ-साथ मानवीय मूल्यों की शिक्षा भी प्रदान करें ताकि आज के युवाओं को कल का बेहतर नागरिक बनाया जा सके।
आचार्य देवव्रत ने कहा कि बच्चों को महापुरूषों के जीवन से सीख लेकर आगे बढ़ना चाहिए। उन्होंने कहा कि अभावों के मार्ग से ही सफलता का रास्ता निकलता हैै। वर्तमान समय में भी देश के पूर्व राष्ट्रपति डाॅ. एपीजे अब्दुल कलाम, संयुक्त राज्य अमेरिका के राष्ट्रपति रहे अब्राहिम लिंकन सहित अनेक महान विभूतियों ने अपने परिश्रम के बल पर सर्वोच्च स्थान प्राप्त किया। उन्होंने कहा कि छात्रों को अपने मन में कभी भी हीन भावना नहीं पनपने देनी चाहिए और सदैव परिश्रम एवं समर्पण के साथ लक्ष्य की ओर आगे बढ़ना चाहिए।
राज्यपाल ने अभिभावकों एवं अध्यापकों से आग्रह किया कि वे युवा पीढ़ी को नशे से दूर रखें। उन्होंने कहा कि हिमाचल जैसे आदर्श राज्य में सभी को बेटी बचाओ अभियान से जुड़ना चाहिए ताकि लिंगानुपात को और बेहतर किया जा सके।
आचार्य देवव्रत ने इस अवसर पर कहा कि वह छात्रों को विभिन्न स्तरों पर प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से समय पर निजी तौर पर प्रदेश के सरकारी विद्यालयों का दौरा करेंगे।