- May 3, 2018
‘सहयोग क्लब’– इंजीनियरिंग छात्रों के हवाले ग्रामीण तलाब
चंडीगढ़————– हरियाणा के गांवों के तालाबों का उद्धार अब बहुतकनीकी व इंजीनियरिंग महाविद्यालयों के सिविल इंजीनियरिंग के विद्यार्थी करेंगे।
मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने इसके लिएमानेसर में ‘सहयोग क्लब’ की शुरूआत की है। इस क्लब में हरियाणा के राजकीय बहुतकनीकी तथा इंजीनियरिंग महाविद्यालयों के सिविल इंजीनियरिंग के विद्यार्थियों को सदस्य बनाया गया है।
ये विद्यार्थी प्रदेश के गांव-गांव जाकर तालाबों को साफ करने तथा उसके पानी को निरंतर शोधित करने की व्यवस्था करने में तालाब विकास प्राधिकरण का सहयोग करेंगे।
हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने यह शुरूआत आज मानेसर के पॉलिटैक्रिक कॉलेज में आयोजित इण्डस्ट्री टैक्नीकल एक्सीलेंस चेंजिंग हरियाणा (आई-टैक) कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि की।
मानेसर के पॉलिटेक्निक कालेज में मेगा जॉब फेयर भी आयोजित किया गया, जो राज्य का सबसे बड़ा जॉब फेयर है और इस मेले में 2000 विद्यार्थियों को शामिल किया गया है।
**** 60 कंपनियों ने अपने यहां इन विद्यार्थियों में से अब तक लगभग 1000 विद्यार्थियों को रोजगार के अवसर प्रदान किये हैं।***
श्री मनोहर लाल ने राज्य के उद्यमियों का आह्वान करते हुए कहा कि उद्योगपति अपने उद्योगों के अनुसार प्रदेश के युवाओं को प्रशिक्षण दें ताकि युवाओं को अधिक से अधिक रोजगार मिल सके।
उन्होंने कहा कि इस कार्य में जनता द्वारा रॉ मैटिरियल के रूप में युवाओं को मुहैया करवाया जाएगा और युवाओं को रोजगार देने के लिए अधिक से अधिक अवसरों को सृजित करने के लिए सरकार अपनी ओर से सुविधा देगी।
उन्होंने कहा कि आज जहां युवाओं को रोजगार की आवश्यकता है तो वहीं उद्योगों को कुशल युवाओं की आवश्यकता है, लेकिन युवाओं को रोजगार की आपूर्ति और उद्योगों को कुशल युवाओं की आवश्यकता के बीच के एक अंतर (गैप) को भरा जाएगा। इसलिए हम सभी को इस अंतर को पाटने का प्रयास करना होगा। इसी कड़ी में राज्य सरकार ने युवाओं के कौशल को निखारने के लिए कई अहम कदम उठाए हैं, जिसके तहत सक्षम युवा योजना को शुरू किया गया है।
उन्होंने कहा कि इस योजना के तहत बेरोजगार युवाओं को तीन साल के लिए उनकी योग्यता के अनुसार 100 घंटे का कार्य दिया जाता है, जिसमें 9000 और 7500 रुपए का मानदेय दिया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि अब तक इस योजना के तहत 35 से 40 हजार युवा इस योजना का लाभ उठा चुके है। मुख्यमंत्री ने कहा कि एक युवा को केवल तीन साल के लिए ही 100 घंटे कार्य दिया जाएगा।
हमें चाहिए कि हम इन युवाओं का कौशल विकास करें ताकि इन युवाओं को उनके कौशल के अनुरूप रोजगार मिल सकें। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने अभी हाल ही में 54 हजार सरकारी नौकरियों का विज्ञापन दिया है। इसके अलावा, 38 हजार गु्रप-डी की नौकरियों के लिए आवेदन आमंत्रित किए जाने की प्रक्रिया जारी है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि देश की अधिक आबादी को वे एक पंूजी के रूप में देखते हैं और आज हमारे देश में लगभग 30 करोड़ जनसंख्या 20 से 40 साल की आयु की है, जिसे अगर सही दिशा दी जाए तो देश को बुलंदियों पर पहुंचाया जा सकता है और देश को आर्थिक रूप से मजबूत बनाया जा सकता है।
हरियाणा के तकनीकी शिक्षा मंत्री प्रो० राम बिलास शर्मा ने कहा कि तकनीकी शिक्षा विभाग ने इस वर्ष को तकनीकी रूप से विद्यार्थियों को समर्पित किया है और हम उद्योगों व उद्यमियों को भरोसा दिलाते हैं कि उन्हें उनकी जरूरत अनुसार कौशल प्राप्त छात्र उपलब्ध करवाया जाएगा। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार छात्रों के कौशल विकास में कार्य कर रही है और अब तक 700 विद्यार्थियों का कौशल विकास करके उन्हें रोजगार दिलाया जा चुका है। उन्होंने कहा कि इस प्रक्रिया को तकनीकी शिक्षा विभाग द्वारा लगातार चलाया जाएगा।
कार्यक्रम में तकनीकी शिक्षा विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव, श्रीमती ज्योति अरोड़ा ने मानेसर के पॉलिटैक्रिक कालेज में आयोजित इण्डट्री टैक्नीकल एक्सीलेंस चेंजिंग हरियाणा (आई-टैक) कार्यक्रम के बारे व तकनीकी शिक्षा विभाग के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि वर्तमान में राज्य के बहुतकनीकी व इंजिनियरिंग महाविद्यालयों में एक लाख से अधिक विद्यार्थी अध्ययन कर रहे है और विभाग समय-समय पर पाठयक्रमों को अपडेट करता रहता है। उन्होंने कहा कि पिछले चार से पांच महीने के दौरान 200 समझौतों को पूरा किया गया है। इसके अतिरिक्त, 15 से अधिक समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किये गए हैं।