- January 7, 2015
सहकार व्यापार मेला: वोव– केन या पेपर आकर्षक ज्वैलरी
जयपुर – वोव– केन, बेम्बू या पेपर से भी बन सकती है इतनी सुन्दर ज्वैलरी। सहकार मेले मेें घूमने आई युवतियां अपने को रोक नहीं पा रही है यह ज्वैलरी खरीदने में। सही मायने में कहा जाये तो सहकार मेले में आने वाली युवतियों को अब सोने के गिरते-चढ़ते भाव या चांदी में उछाल-पछाड़ की चिंता करने की आवश्यकता नहीं है। सहकारिता विभाग द्वारा जयपुर के रामबाग सर्कल पर आयोजित राष्ट्रीय सहकार व्यापार मेले में हस्तशिल्पियों द्वारा तैयार पेपर, केन एवं बेम्बू से तैयार सुन्दर-मनमोहक ज्वैलरी युवतियों को बरबस अपनी ओर आकर्षित कर रही है।
सहकारी समितियों के रजिस्ट्रार श्री अनुराग भारद्वाज ने बताया कि देश की सहकारी संस्थाओं के 175 स्टॉलों में समाहित सहकार मेले में जयपुरवासियों के लिए एक से एक आकर्षक, उपयोगी व नायाब वस्तुएं उपलब्ध कराई जा रही है। उन्होंने बताया कि पहले दिन ही सहकार मेले में बिक्री का आंकड़ा 10 लाख को पार कर गया जो जयपुरवासियों के प्यार व विश्वास का प्रतीक है।
सहकार व्यापार मेले में उदयपुर संभाग की ओर से डूंगरपुर भण्डार द्वारा लगाई गई पेपर ज्वैलरी की स्टॉल पर नवयुवतियों का जमावड़ा बरबस ध्यान आकर्षित करता है। प्रशासनिक सेवा की अधिकारी ज्योति गुप्ता ने बताया कि इस स्टॉल पर पेपर से तैयार इयरिंग्स व लाकेट आदि 20 रुपए से 200 रुपए की रेंज में उपलब्ध है। पेपर और तार से तैयार अलग-अलग डिजाइन की झूमकी, टॉप्स, गले का हार और इसी तरह की ज्वैलरी मन को मोह रही है। स्टॉल पर बैठे प्रतिनिधि ने पेपर ज्वैलरी के बनाने की जानकारी देते हुए बताया कि बैंगलोर से इस ज्वैलरी में उपयोग होने वाला पेपर रोल आता है। इस काम से जुड़ी महिलाएं पेपर रोल, गम, तार व स्टोन के संयोजन से एक से एक डिजाइन के इयरिंग्स व नेकलेस आदि तैयार करती है। उन्होंने बताया कि पेपर से तैयार इस ज्वैलरी के पानी में गिर जाने या अन्य तरह से नुकसान या इसके खराब होने का किसी तरह का भय नहीं है। पानी में गिर जाये तो धूप में रखकर सुखा ले, इसके बाद पहले की तरह ही इसका लुक बना रहेगा।
सहकार मेले में ही त्रिपुरा से आए हस्तशिल्पि श्री सुरेश चंद ने स्टॉल पर केन व बांस से बनी आकर्षक ज्वैलरी आज की पीढ़ी को आकर्षित कर रही है। सुरेश ने बताया कि उनकी स्टॉल पर 60 रुपये से लेकर 1500 रुपये तक की केन या बांस की बनी सुनहरे रंग संयोजन से तैयार ज्वेलरी उपलब्ध है। स्टॉल पर खरीदारी कर रही युवती कृति शर्मा केन के बने इयरिंग्स को देखते ही कह पड़ी वोव– क्या इयरिंग्स है। वास्तव में एक से एक आकर्षक डिजाइन के इयरिंग्स ध्यान आकर्षित करने में सफल हो रहे हैं। विश्वास ही नहीं होता कि केन या बेम्बू से बनी ज्वैलरी भी इतनी आकर्षक हो सकती है।
श्री भारद्वाज ने बताया कि जयपुरवासियों के रेस्पांस को देखते हुए सहकारी संस्थाएं उत्साहित है। उन्होंने बताया कि सहकार मेला बहुआयामी-बहुउपयोगी है। सहकार मेला 5 जनवरी से 11 जनवरी तक रामबाग सर्कल स्थित एसएमएस इंवेस्टमेंट ग्राउण्ड पर आयोजित किया जा रहा है। मेले में प्रवेश नि:शुल्क है।
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