- November 9, 2015
सहकारी मछुआ पालन महिला समिति आत्मनिर्भर
जगदलपुर – मछली पालन विभाग द्वारा बस्तर जिले की प्राथमिक आदिवासी महिला मत्स्य सहकारी समिति, कुरंदी को ग्राम कुरंदी का तालाब 10 वर्षीय पट्टे पर दिया गया है।
मछली पालन विभाग के उप संचालक ने तीन दिवसीय प्रशिक्षण सत्र को संबोधित करते हुए बताया कि 44 एकड़ क्षेत्र में फैले इस तालाब को अभी तक पुरूष पट्टा धारकों द्वारा लिया जाता था। उन्होंने बताया कि इसके लिए श्रीमती कलावती की अध्यक्षता में बनाई गई प्राथमिक आदिवासी महिला मत्स्य सहकारी समिति द्वारा समिति का गठन किया गया है।
तालाब के पट्टे पाने के लिए जब महिला समिति को संघर्ष करना पड़ा तो तालाब की नीलामी के समय महिला समिति ने इसे प्राप्त करने का निश्चय किया और अनेक उतार-चढ़ाव के पश्चात् 2012-13 में 10 वर्षीय पट्टे पर 41 हजार रूपये पर प्राप्त किया।
प्रशिक्षण सत्र को संबोधित करते हुए महिला समिति की अध्यक्षा श्रीमती कलावती ने स्थानीय भतरी बोली में अपनी अनुभवों और संघर्ष की आप बीती सुनाई। उन्होंने कहा कि नारी शक्ति अगर स्वयं को पहचाने और विकास कार्यों में भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराए तो निश्चित तौर पर वे पूरे परिवर्तन लाने में सक्षम सिद्ध हो सकती हैं।
उन्होंने बताया कि उनकी समिति मछली उत्पादन का कार्य सहकारिता के सिद्धांत पर कार्य कर रही है। उसने बताया कि सहकारी समिति सभी महिलाओं के सहयोग से अब आत्मनिर्भर बन गयी है।