• December 4, 2020

सहकारिता के माध्यम से अब कृषक बनेंगे उद्यमी – सहकारिता मंत्री डॉ.भदौरिया

सहकारिता के माध्यम से अब कृषक बनेंगे उद्यमी – सहकारिता मंत्री डॉ.भदौरिया

भोपाल : ——- सहकारिता मंत्री डॉ. अरविन्द सिंह भदौरिया ने कहा है कि सहकारिता के माध्यम से अब प्रदेश के कृषक उद्यमी बनेंगे। राज्य सरकार ने इसके लिये प्राथमिक कृषि साख सहकारी समितियों एवं बहुउद्देश्यीय सहकारी समितियों के माध्यम से सहकारी संस्थाओं में पोस्ट हार्वेस्ट कृषि आधारित उद्योगों की स्थापना किये जाने की योजना क्रियान्वित की है। इन संस्थाओं द्वारा सदस्य कृषकों की भागीदारी से ये उद्योग स्थापित होंगे। उन्होंने बताया कि इन उद्योगों की स्थापना से सहकारी संस्थाओं को होने वाले लाभ का विभाजन कृषकों की हिस्सेदारी के आधार पर किया जायेगा।

सहकारिता मंत्री डॉ. भदौरिया ने कहा कि सहकारी संस्थाओं में प्रथमत: 202 संस्थाओं में पोस्ट हार्वेस्ट कृषि आधारित उद्योगों की स्थापना की जा रही है। इसे आगामी दिनों में 1200 संस्थाओं तक बढ़ाने की योजना है। उन्होंने बताया कि संस्थाओं में पोस्ट हार्वेस्ट कृषि आधारित उद्योगों की स्थापना को बढ़ावा देने के लिये प्राथमिक कृषि साख सहकारी समितियों को एक प्रतिशत ब्याज दर पर ऋण तथा अन्य संस्थाओं को 3 प्रतिशत ब्याज अनुदान दिया जायेगा।

मंत्री डॉ. भदौरिया ने कहा कि प्राथमिक कृषि साख सहकारी समितियाँ एवं विपणन संस्थाएँ कृषकों को उनकी आवश्यकताओं की समस्त सेवाएँ ऑनलाइन उपलब्ध करायेंगी। इसके लिये संस्थाओं में कृषकों की आवश्यकता पूर्ति के लिए कृषक सुविधा केन्द्र संचालित किये जायेंगे।

उन्होंने कहा कि सहकारी समितियों द्वारा प्रथमत: 296 संस्थाओं में कृषक सुविधा केन्द्र प्रारंभ किये गये हैं। इन्हें बढ़ाकर एक वर्ष में 1600 संस्थाओं में चालू किये जाने की योजना है। प्रदेश की प्राथमिक कृषि साख सहकारी समितियों एंव बहुद्देश्यीय सहकारी समितियों में आवश्यकतानुसार गोदाम निर्माण तथा अन्य आवश्यक आधारभूत निर्माण कार्य कराये जायेंगे।

उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने देश के कृषकों की आय को दोगुना करने का संकल्प व्यक्त किया गया है। प्रदेश के कृषकों की आय को दोगुना करने के लक्ष्य को प्राप्त करने में सहकारिता विभाग की अहम भूमिका होगी। इसके लिये सहकारी संस्थाओं में पोस्ट हार्वेस्ट कृषि आधारित उद्योगों की स्थापना पर बल दिया जा रहा है।

Related post

क्या भारत एक स्वस्थ युवाओं का देश भी है?

क्या भारत एक स्वस्थ युवाओं का देश भी है?

डॉक्टर नीलम महेंद्र : वर्तमान  भारत जिसके विषय में हम गर्व से कहते हैं कि यह…
नेहरू से हमें जो सीखना चाहिए

नेहरू से हमें जो सीखना चाहिए

कल्पना पांडे————-इतने सालों बाद हमे शर्म से ये स्वीकार कर लेना चाहिए कि धार्मिक आडंबरों, पाखंड…
और सब बढ़िया…..!   अतुल मलिकराम (लेखक और राजनीतिक रणनीतिकार)

और सब बढ़िया…..! अतुल मलिकराम (लेखक और राजनीतिक रणनीतिकार)

अतुल मलिकराम ——– सुख और दुःख, हमारे जीवन के दो पहिये हैं, दोनों की धुरी पर…

Leave a Reply