- February 22, 2015
असली शिक्षा वही है जो हमारा कल्याण करे – मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि असली शिक्षा वही है जो हमारा कल्याण करे। प्रदेश में तकनीकी शिक्षा का विस्तार किया जायेगा। प्रदेश में पानी, बिजली, सड़क के क्षेत्र में उल्लेखनीय प्रगति हुई है। अब शिक्षा, स्वास्थ्य और उद्योग के क्षेत्र में विशेष ध्यान देने की जरूरत है, जिससे भारत के तकनीकी रूप से सक्षम युवा पूरे विश्व में अपनी कला का प्रदर्शन करें। मुख्यमंत्री आज इंदौर में 300 करोड़ की लागत से बनने वाले नरसी मोंजी इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट एण्ड साइंस यूनिवर्सिटी (एन.एम.आई.एम.एस.) का भूमि-पूजन कर रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रदेश को बीमारू राज्य से उभारकर अब देश के प्रथम पंक्ति के राज्यों की श्रेणी में लाकर खड़ा कर दिया है। पिछले तीन साल से भारत सरकार से कृषि के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिये राष्ट्रीय कृषि कर्मण पुरस्कार मिल रहा है। इस वर्ष भी यह पुरस्कार हमें मिला है, जो सरकार और जनता के लिये गर्व की बात है। श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में व्यावसायिक शिक्षा में प्रतियोगिता लाने की जरूरत है। इस दिशा में मध्यप्रदेश शासन कृत-संकल्पित है। प्रदेश में एन.एम.आई.एम.एस. जैसे अनेक राष्ट्रीय स्तर के शैक्षणिक संस्थान अपने संस्थान की शिक्षा शाखाएँ खोलने के लिये इच्छुक हैं। उसी श्रंखला में आज यह संस्थान खोला गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत के लोग हर देश में मिलेंगे। अमेरिका सहित विश्व के सभी प्रमुख देशों के विकास में भारतीयों का अमूल्य योगदान है। अमेरिका में विशेषकर न्यूयार्क में चिकित्सा के क्षेत्र में भारतीयों ने उल्लेखनीय काम किया है। नगरीय प्रशासन एवं विकास मंत्री श्री कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि एन.एम.आई.एम.एस. विश्वविद्यालय एक समाजसेवी संस्था है। शिक्षा के क्षेत्र में इस विश्वविद्यालय ने अनेक उल्लेखनीय कार्य किये हैं। विश्वविद्यालय में 22 कॉलेज में 40 हजार विद्यार्थी अध्ययन कर रहे हैं। संस्था का उद्देश्य लाभ कमाना नहीं है, बल्कि गुणवत्तायुक्त शिक्षा प्रदान करना है। एन.एम.आई.एम.एस. के अध्यक्ष श्री अमरीश पटेल उज्जैन (मध्यप्रदेश) में जन्मे हैं। श्री अमरीश पटेल ने कहा कि विश्वविद्यालय एस.व्ही.के.एम. शिक्षा समूह का एक अंग है। |